इतने रुपए तो माल्या और मोदी लेकर नहीं भागे जितना लाभ आप बैंकों को दे रहें
नई दिल्ली। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पिछले चार साल में आपसे अतिरिक्त चार्ज लेकर जितनी कमाई की है वह विजय माल्या और नीरव मोदी के बकाए से कहीं अधिक है।
जी हां यह जानकारी वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में एक सांसद के सवाल पर दी है। वित्त मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, बैंको को इस बात की इजाजत देता है कि वह अपनी सेवाओं के बदले में अपने ग्राहकों से कुछ चार्ज वसूल सकते हैं। ये चार्ज निर्धारित करने की जिम्मेदारी बैंकों के बोर्ड्स की हैं। हालांकि आरबीआई के निर्देशानुसार, यह चार्ज रिजनेबल होने चाहिए और सेवाओं के औसत मूल्य से ज्यादा नहीं होने चाहिए।
चार साल से भी कम समय में (अप्रैल 2015 से सितंबर 2018 तक) भारत में बैंकों में आपसे दो तरह के चार्ज लेकर 10,391.43 करोड़ रुपये की कमाई की है। पहले तो बचत खाते में न्यूनतम राशि नहीं रखने पर फाइन और दूसरा एटीएम की फ्री विदड्रॉल लिमिट पूरी होने पर फाइन।
यह रकम विजय माल्या का जितना बकाया है उससे कहीं ज्यादा है। वहीं नीरव मोदी के बकाए राशि का 92 फीसदी है, यह सिर्फ इतना ही नहीं है। इतनी कमाई सिर्फ पब्लिक सेक्टर के बैंकों ने की है। इसमें निजी बैकों ने जुर्माने से जो राशि कमाई है वह शामिल नहीं है।
पंत ने तोड़ दिया दुनिया के सभी विकेटकीपरों का रिकार्ड, धोनी भी हुए पीछे
पब्लिक सेक्टर बैंक के मुकाबले निजी बैकों में न्यूनतम राशि नहीं रखने पर फाइन ज्यादा है। जैसे 2015-2016 और 2017-2018 के बीच एक्सिस, एचडीएफसी और ICICI बैंक ने 4,054.77 करोड़ की कमाई की।
यह जानकारी वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में दी। सवाल सांसद तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिब्येंदु अधिकारी ने किया था।
https://youtu.be/LCwHg2OwXcI