आप भी मुंबई की ये खबर पढ़ ले, बर्फ का गोला खाना जाएंगे भूल…

जून का महीना चल रहा है। वहीं भयंकर गर्मी पड़ रही है।लेकिन लोग परेशान हैं। जहां सूरज से मानो सीधे-सीधे आग के शोले बरस रहे हों, अब गर्मी को लेकर सोशल मीडिया पर जोक भी चल रहा है कि सुबह का भूला अगर शाम को लौट आए तो उसे भूला नहीं, भुना कहते हैं।

 

बर्फ का गोला

 

बता दें की गर्मी ही इतनी है कि क्या ही कहा जाए. लोग जोक बनाकर ही दिल को तसल्ली दे ले रहे हैं। वैसे दिल को तसल्ली देने के लिए बर्फ के गोलों का भी बड़ा सहारा होता है। जहां लोग गर्मी में बाहर निकले तो क्षणिक सुख के लिए ही सही बर्फ के गोलों का इस्तेमाल ज़रूर करते हैं।

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देखा जाये तो अब हम जिस खबर की जानकारी आपको देने जा रहे हैं. उसे पढ़ने के बाद आप बर्फ का गोला खाना बंद कर देंगे. वैसे बर्फ का गोला ही नहीं बर्फ की सिल्ली का किसी भी तरह से इस्तेमाल बंद कर देंगे।

दरअसल मुंबई में फूड अथॉरिटी ने साढ़े 18 हजार किलो की बर्फ की सिल्ली को नष्ट किया है। लेकिन इन बर्फ की सिल्लियों को बनाने के लिए गंदे पानी का इस्तेमाल किया गया था। जहां इतना गंदा कि बर्फ के इन सिल्लियों के इस्तेमाल से लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते थे।

अब समझिए कि ये कार्रवाई हुई क्यों. मुंबई के फूड कमीश्नर के मुताबिक मई में मुंबई के अलग-अलग लोकेशन से 38 सैंपल्स इकट्ठे किए गए हैं। इन सैंपल्स की जब जांच की गई तो सभी दूषित पाए गए हैं। ऐसा पाया गया कि सभी को गंदे पानी के इस्तेमाल से बनाया गया है।

देखा अजय तो मुंबई अथॉरिटी ने बर्फ बनाने वाली तीन फैक्ट्रियों पर भी कार्रवाई की है।  तीन में से एक फैक्ट्री को बंद करने तक का आदेश दे दिया गया है।

वहीं अब ये बात हुई मुंबई की हैं। पूरे भारत में इस तरह के बर्फ की सिल्ली का इस्तेमाल होता है। कई बार बर्फ की सिल्ली को लेकर खबरें आती रही है कि ऐसे सिल्ली का बनाने के लिए गंदे पानी का इस्तेमाल किया गया हैं।

 

कुल मिलाकर फूड सेफ्टी अथॉरिटी तो इस पर कार्रवाई करे ही हैं और साथ नियम कायदे इतने टाइट कर दें कि बर्फ की सिल्ली बनाने वाले कुछ गलत कर ही नहीं पाए. आफ्टर ऑल बात सेहत की है।

 

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