नोटबंदी के ‘कलंक’ को मिटाएंगे पीएम मोदी, अब खुद जाल में फंसेगा बेईमान

अर्थव्यवस्था में कालाधननई दिल्ली। मोदी सरकार उम्मीद के मुताबिक अर्थव्यवस्था में कालाधन वापस आने से नहीं रोक पाई। इसमें बैंक कर्मियों की मिलीभगत बड़ा कारण रही। अब सरकार ने इस पर बेईमान कर्मचारियों को ‘सजा’ देने के लिए नया तरीका ढूंढ़ लिया है।

सरकार के निर्देश पर बैंकों ने अपने ‘जुगाड़ी’ कर्मचारियों को रंगेहाथ पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया है। देश के बड़े बैंकों में से एक की ग्रामीण इलाकों की ब्रांच में एक शख्स बीते माह ग्राहक बनकर पहुंचा। वह 5 लाख रुपये के पुराने नोट के बदले नए नोट चाहता था और इसके लिए वह 50 प्रतिशत कमीशन देने को तैयार था।

एक बैंक कर्मचारी जाल में फंसा और डील को तैयार हो गया, लेकिन उसे पता नहीं था कि बैंक ने उसके जैसे एंप्लॉयी को फंसाने के लिए जो जाल बुना था, उसमें वह खुद ही फंस गया।

8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद कई शिकायतें आई थीं। इसके बाद मल्टिनैशनल सहित निजी क्षेत्र के बैंक ऐसे बेइमान एंप्लॉयीज को रोकने की कोशिश में लग गए।

फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को ग्राहक बनाकर इन बैंकों ने ऐसे मामलों और गलत कर्मचारियों को पकड़ने के लिए भेजा। वे कर्मचारियों वेरिफिकेशन के साथ इसका भी पता लगा रहे हैं कि कभी उनका नाम आपराधिक मामले में दर्ज है या नहीं।

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कई जगहों पर बैंक कर्मचारियों के इस खेल की खबर आने के बाद छापे मारे थे, जिनमें बड़ी मात्रा में नए नोट पकड़े गए थे। बैंकों की ब्रांच और कर्मचारियों के यहां भी छापे मारे गए थे। इसमें कई बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार और उसके बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिया गया।

नवभारत टाइम्स के मुताबिक, एक फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बताया कि ‘बैंक जाल बिछा रहे थे और वे अपने ही कर्मचारियों के खिलाफ स्टिंग ऑपरेशन कर रहे थे।’ देश के कुछ बड़े प्राइवेट बैंकों ने भी ऐसा किया। इसके लिए उन्होंने डेलॉयट, ईवाई, पीडब्ल्यूसी और केपीएमजी के फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स हायर किए। बैंकों ने ऐसे मामले की जांच में विशेषज्ञता रखने वाली और बैकग्राउंड का पता लगाने वाली फर्स्ट अडवांटेज जैसी कंपनियों की भी मदद ली।

एक्सपर्ट्स ने बताया कि बैंक एंप्लॉयीज की जांच करने के लिए ऐनालिटिक्स की मदद ले रहे हैं। वे अचानक किसी एंप्लॉयी को चुनते हैं और फिर उसकी जांच की जाती है।

बैंकों और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने यह नहीं बताया कि ऐसी जांच में कितने कर्मचारी पकड़े गए और उनके खिलाफ क्या ऐक्शन लिया गया है।अर्थव्यवस्था में कालाधन वापस आने में बैंक एंप्लॉयीज की मिलीभगत बड़ा कारण रही।

 

LIVE TV