अरुणाचल में चरम पर पहुंचा सियासी पारा, बीजेपी में शामिल हुए पीपीए के 32 विधायक

अरुणाचलइटानगर उत्तर प्रेदश की तरह अरुणाचल प्रदेश में भी राजनीतिक गहमागहमी चरम पर है। सत्तारूढ़ पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश (PPA) के 32 विधायक अपनी पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए हैं।  गुरुवार को पीपीए ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण खांडू समेत 6 विधायकों को सस्पेंड कर दिया था।

मौजूदा समय में बीजेपी के पास 11 विधायक हैं। पीपीए के 32 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन से राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी के कुल 44 विधायक हो गए हैं जिससे बीजेपी बहुमत में आ गई है।

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने भी ट्वीट कर अरुणाचल में बीजेपी की सरकार बनाने की घोषणा कर दी है। साथ ही साथ उन्होने खांडू के बीजेपी में शामिल होने पर उनका स्वागत भी किया है।

वहीं दो फाड़ हुई पीपीए के विधानसभा में अब सिर्फ 10 विधायक बचे हैं। पीपीए ने पब्लिक हेल्थ इंजिनियरिंग मिनिस्टर तकम पारियो को मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी पसंद के तौर पर पेश किया था। जिसका विरोध करते हुए बीजेपी ने शुक्रवार को कहा था कि वह मुख्यमंत्री के पद पर सिर्फ पेमा खांडू को देखना चाहेगी।

पीपीए पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप

उधर खांडू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर PPA पर विधायकों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया लगाते हुए कहा कि पार्टी के दो तिहाई विधायकों ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक उठापटक के कारण राज्य का विकास नहीं हो पाएगा।

पेमा खांडू इस साल जुलाई में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने सितंबर में 42 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर पीपीए जॉइन कर ली थी।

60 सदस्यों वाली विधानसभा में पीपीए के 43, बीजेपी के 12 और कांग्रेस के तीन विधायक हैं। इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक भी है। नबाम तुकी के बाद राष्ट्रपति शासन और फिर पेमा खांडू मुख्यमंत्री बने थे। अरुणाचल प्रदेश पिछले एक साल से राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है।

LIVE TV