अमेरिका की निचली संसद में भारतीय मूल की प्रत्याशी की जीत
वाशिंगटन | भारतीय मूल की अमेरिकी राजनीतिज्ञ प्रमिला जयपाल ने वाशिंगटन की सातवीं संसदीय सीट से ओपन प्राइमरी चुनाव जीत लिया है। इस सीट से अमेरिका की निचली संसद में चुनी जाने वाली वह पहली भारतीय भी हो सकती हैं। समाचार पत्र ‘द सिएटल टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को हुए मतदान में डेमोक्रेट उम्मीदवार 50 वर्षीय जयपाल ने डेमोक्रेट के ही मौजूदा प्रतिनिधि जिम मैकडर्मोट को पछाड़ते हुए जीत हासिल की।
भारतीय मूल की प्रमिला जयपाल इंडोनेशिया और सिंगापुर में पली बढ़ीं
प्रमिला जयपाल का जन्म भारत में हुआ और वह इंडोनेशिया और सिंगापुर में पली बढ़ीं।
ओपन प्राइमरी में जयपाल को 38 फीसदी मत मिले और अब वह आठ नवंबर को होने वाले आम चुनाव में खड़ी होंगी।
दूसरे स्थान पर रहे मैकडर्मोट और तीसरे स्थान पर रहे वाशिंगटन से ऊपरी सदन में प्रतिनिधि ब्रैडी वॉकिनशॉ के बीच मुकाबला कांटे का रहा। मैकडर्मोट को 21.5 फीसदी मत मिले, जबकि वॉकिनशॉ को 20.9 फीसदी मत मिले।
वाशिंगटन की 37वीं विधानसभा सीट से राज्य की सीनेट में 2015 से प्रतिनिधि जयपाल ने मंगलवार की रात कहा था, “हम एक आंदोलन खड़ा कर रहे हैं जो ऐसे समय में अमेरिका के भविष्य की रूपरेखा तैयार करेगा, जब अधिकांश लोग बदलाव को लेकर चिढ़े हुए हैं और जब अधिकांश नागरिकों को अपनी आम जरूरतों को जुटाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।”
जयपाल एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।
उन्होंने 11 सितंबर, 2001 में अमेरिका में हुए आतंकवादी हमले के बाद घृणा अपराधों के निशाने पर आए अरब, मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मूल के अमेरिकी नागरिकों के समर्थन में ‘हेट फ्री जोन’ संस्था शुरू की।
2008 में इस संस्था का नाम बदलकर ‘वनअमेरिका’ कर दिया गया।
जयपाल के लिए हालांकि नवंबर में होने वाले आम चुनाव कठिन माने जा रहे हैं, क्योंकि मैकडर्मोट और वॉकिनशॉ ने आम चुनावों में भी उन्हें चुनौती देने का मन बना लिया है।
ओपन प्राइमरी में अन्य छह प्रत्याशियों में से कोई भी नौ फीसदी से अधिक मत हासिल नहीं कर सका।