मोदी सरकार का इस्लाम के साथ मजाक, देश के नामी मुस्लिमों की बगावत शुरू
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार ने हज सब्सिडी के असर के बारे में पता लगाने के लिए एक कमेटी बनाई है। केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने छह एक्सपर्ट्स की टीप बनाई है। यह कमेटी यह पता लगाएगी कि मुस्लिम हज यात्रियों को दी जाने वाली सब्सिडी व्यवहारिक और असरदार है कि नहीं?
यह सब्सिडी एयर इंडिया के जरिए सस्ती हवाई यात्रा के जरिए मिलती है। इसके अलावा, हज यात्रा के लिए तय एयरपोर्ट टर्मिनल तक पहुंचने के लिए घरेलू यात्रा में भी मदद दी जाती है। मंत्रालय ने यह साफ कर दिया है कि यह कमिटी बनाने का मतलब यह बिलकुल नहीं है कि सरकार इस सब्सिडी को खत्म करना चाह रही है। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि इस कवायद का मकसद पूरे मुद्दे की समीक्षा करना है। बता दें कि हज सब्सिडी पर काफी वक्त से बहस हो रही है। यह मुद्दा कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में भी उठा था।
At last the Govt has decided to set up a committee to reconsider the Hajj subsidy . The earlier this subsidy is cancelled the better .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 13, 2017
वहीं, जाने माने गीतकार और पूर्व राज्य सभा सांसद जावेद अख्तर ने इस सब्सिडी को खत्म करने की मांग की है। उन्होंने टि्वटर पर लिखा, ‘आखिरकार सरकार ने एक कमिटी बनाने का फैसला किया जो हज सब्सिडी पर विचार करेगी। अगर इस सब्सिडी को पहले खत्म कर दिया जाता तो बेहतर होता।’