दशरथ अपनाते परिवार नियोजन तो राम-भरत को कैसे पाते
नई दिल्ली। काशी सुमेर पीठ के शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने एक विवादित बयान दिया है। शंकराचार्य ने अपने बयान में परिवार नियोजन को अपनाने वालों को मूर्ख बताया है।
परिवार नियोजन मूर्खता
शंकराचार्य सरस्वती ने हिंदुओं की घटती जनसँख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि हिन्दू अधिक से अधिक बच्चे पैदा करें। उन्होंने कहा है कि जहां-जहां हिंदू घटा है वहां-वहां आतंकवाद बढ़ा है। इसलिए परिवार नियोजन की बात करने वाले और इसे अपनाने वाले मूर्ख हैं।
नरेंद्रानंद सरस्वती ने तुलना करते हुए कहा कि अगर दशरथ परिवार नियोजन अपनाते तो राम को भरत जैसा भाई कैसे मिलता?
शंकराचार्य सरस्वती के मुताबिक इस समय देश की सेवा 900 आईएएस, 1800 इंजीनियर, 5200 डॉक्टर कर रहे हैं, जो अपने मां-बाप की चौथी या पांचवी संतान हैं।
शंकराचार्य ने बेटी बढ़ाओ-बेटी पढ़ाओ के साथ बेटा बढ़ाओ का नारा देते हुए कहा कि जिनकी दो से अधिक संताने हैं वे हमें दे दें, हम उन्हें भारतीय संस्कृति का संवाहक बनाएंगे।
मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर उन्होंने तारीफ करते हुए उन्होंने व्यंग्य भी कसा कि केंद्र के मंत्रिमंडल में कुछ अयोग्य हैं, उन्हें हटा देना चाहिए। लेकिन उन्होंने किसी का नाम लिए बिना यह कहा।