हरियाणा जाट आरक्षण आंदोलन से पूरा प्रशासन हाई अलर्ट पर
नई दिल्ली। आज से एक बार फिर हरियाणा में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति जाटो के आरक्षण की मांग के लिए आंदोलन शुरू करेगी। वो प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन करेगी, समिति का नेतृत्व यशपाल मलिक करेगे।
इश बार धरना प्रदर्शन में गुरूग्राम, मेवात और पंचकूला को शामिल नहीं किया गया है। पिछले साल भी अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने हरियाणा में जाट आरक्षण के लिए आंदोलन किया था, जिसमें बड़े पैमाने पर आगजनी और तोड़ फोड़ हुई थी जिससे सरकारी सम्पति को काफी नुकसान पहुंचा था।
पिछले साल जाट आंदोलन के कारण खट्टर सरकार को खूब फजीहत झेलनी पड़ी थी, इसलिए इस बार सरकार अतिरिक्त सावधानी बरत रही है, सरकार ने प्रदेश भर में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी है।
पुलिस प्रशासन के अलावा 7,000 होमागार्ड्स की भी तैनाती की गई है, साथ ही केंद्र ने अतिरिक्त सुरक्षा बल भी मौजूद कराए है। हरियाणा सरकार ने केंद्र से पैरा मिलिट्री फोर्स की 55 कंपनियों की मांग की थी, इनमें से 37 कंपनियां आ चुकी हैं। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर भी भड़काऊ चीजें लिखने के खिलाफ लोगों को चेतावनी दी है।
दस जिलो में धारा 144 लागू कर दी गई है, इनमें रोहतक, झज्जर, सोनीपत, जींद और हिसार शामिल हैं। साथ ही मुनक नहर की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है, पिछले साल प्रदर्शनकारियों ने इस नहर को बंद कर दिया था जिससे दिल्ली में पानी की सप्लाई बंद हो गई थी।
पिछले साल जाट आंदोलन में प्रदर्शनकारियों से हुई झड़प में 30 लोगों की भी मौत हुई थी। साथ ही अरबों रुपये की संपत्ति का नुकसान भी हुआ था।