अब केजरीवाल का पम्फलेट वायरल, उतार रहे पीएम मोदी की इज्जत!

सीएम केजरीवालनई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक पम्फलेट वायरल हुआ है, जिसमें दिल्ली के सीएम केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की तस्वीर के साथ जनता के नाम संदेश दिया गया है। इस संदेश में नोटबंदी के नाम पर 8 लाख करोड़ रुपए के घोटाले के बारे में जानकारी दी गई है।

इस फोटो में केजरीवाल के नाम से लिखा गया है कि मोदी सरकार द्वारा लागू की गई नोटबंदी आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। ये स्कीम काला धन या भ्रष्टाचार कम करने के लिए नहीं बल्कि, 8 लाख करोड़ रुपए लूटने के लिए लाई गई है।

इस पम्फलेट में साफ तौर पर लिखा है कि कुछ चंद अरबपतियों को सरकारी बैंकों ने लाखों करोड़ रुपए के लोन दे रखे हैं। सरकारी रिपोर्ट का हवाला देते हुए इसमें कहा गया है कि ये अरबपति बैंकों का 8 लाख करोड़ रुपए डकार गए। मोदी जी ने इस 8 लाख करोड़ में से एक लाख चौदह हजार करोड़ रुपए तो माफ कर दिया। लेकिन अब बाकी का कर्ज माफ करने के लिए पैसे नहीं थे। जिसकी वजह से बैंक खाली हो गए थे।

बैंकों के खाली होने की बात का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि ये षड़यंत्र रचा गया कि 500-1000 के नोट बंद कर दो, लोगों को कहो कि अपने पैसे बैंकों में जमा कराएं। ऐसा करने से सरकार को उम्मीद है कि इससे 10 लाख करोड़ रुपए बैंकों में जमा हो जाएंगे। सरकार पर आरोप लगाते हुए इस पम्फलेट में कहा गया है कि सरकार उन पैसों से अरबपतियों का बाकी बचा 7 लाख करोड़ रुपए का लोन माफ कर देगी।

सीएम केजरीवाल

हाल ही के खबर का हवाला देते हुए इसमें कहा गया है कि नोटबंदी के महज कुछ ही दिनों बाद, जब लोगों ने बैंकों में पैसा जमा कराना शुरू ही किया था कि अचानक सरकार ने 63 अरबपतियों का 6000 करोड़ का कर्ज माफ कर दिया। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि देश का गरीब आदमी, मध्यमवर्गीय आदमी, व्यापारी, किसान, गृहणी, मजदूर बैंकों में अपने मेहनत का पैसा जमा करा रहें हैं और सरकार हमारे पैसे को इन अरबपतियों में बांट रही है।

इसमे सीएम केजरीवाल की तरफ से यह सवाल किया गया है कि आखिर मोदी जी इन अरबपतियों को क्यों फायदा पहुंचा रहे हैं? आज की दुनिया में एक भाई दूसरे भाई के लिए कुछ नहीं करता। मोदी जी का क्या स्वार्थ है? केजरीवाल ने इनकम टैक्स के कुछ कागजों का जिक्र करते हुए इसमें कहा है कि इनकम टैक्स विभाग ने कुछ साल पहले जब कुछ अरबपतियों के यहां रेड मारी गई तो इनके 2 नंबर के खातों में लिखा था कि उन्होंने मोदी जी को करोड़ों रुपए दिये थे, जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

सीएम केजरीवाल की तरफ से लिखा गया है कि इनकम टैक्स विभाग के ये कागज सरकारी दस्तावेज हैं। ये झूठे कैसे हो सकते हैं? सहारा कंपनी में हुई रेड में इंकम टैक्स को कागज मिले कि सहारा ग्रुप ने मोदी जी को 40.1 करोड़ रुपए कैश दिए। जबकि, आदित्य बिड़ला की कंपनी के रेड में कागज मिले, जिसमें लिखा था कि बिरला कंपनी ने मोदी जी को 25 करोड़ रुपए दिए।

इन सभी कागजातों के मद्देनजर, ये मामला काफी गंभीर नजर आ रहा है। चूंकि मोदी जी खुद प्रधानमंत्री हैं, यही वजह है कि सारे मामले दबा दिए गए। इनकी भी ढंग से जांच नहीं हुई। दिल्ली के सीएम की तरफ से इसमें लिखा गया है कि लोग पूछ रहे हैं कि अगर कालाधन पर ही वार करना है तो बड़े-बड़े अरबपतियों को क्यों नहीं पकड़ते? कालाधन तो उनके पास है। अब लोगों को शक होने लगा है कि कहीं सरकार पैसे खाकर इन्हें छोड़ तो नहीं रही हैं।

इस पम्फलेट में सीएम केजरीवाल की तरफ से लिखा गया है कि देशभक्ति की दुहाई देकर पूरे देश को लूटा जा रहा है। हमारा पैसा जैसे ही हम बैंकों में जमा कराएंगे, उसे अरबपतियों में बांट दिया जाएगा और अरबपतियों से पैसा खाकर उनके कालेधन को बचाया जा रहा है। हालांकि यह पम्फलेट आम आदमी पार्टी या सीएम अरविन्द केजरीवाल की तरफ से ही जारी हुआ है, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है।

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