शाही बिस्तर पर सोने वाली ‘चिनम्मा’ को जमीन पर नहीं आई नींद, रात भर बदली करवटे

बेंगलुरु: आय से अधिक संपत्ति मामले में बुधवार को कर्नाटक की एक जेल में सजा भुगतने पहुंचीं ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की महासचिव वी.के.शशिकला का जेल में पहला दिन बेहद परेशानी भरा रहा। रात में वह सो नहीं पाईं और पूरी रात करवटें बदलते बीती। एआईएडीएमके की कर्नाटक इकाई के सचिव वी.पुगाझेंधी ने संवाददाताओं से कहा, “चिनम्मा ठीक से सो नहीं पाईं और पूरी रात परेशान रहीं। उन्हें महिला बैरक के 10 फुट लंबे तथा चार फुट चौड़े एक साधारण से सेल में रखा गया है। जेल के अधिकारियों से गद्दा देने का आग्रह किया गया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया, जिसके कारण उन्हें पूरी रात जमीन पर ही लेटकर काटनी पड़ी।”

निचली अदालत द्वारा घर का खाना सहित कुछ प्राथमिकताएं देने से इनकार करने के बाद शशिकला ने बुधवार रात का खाना खाने से इनकार कर दिया। उन्हें अन्य कैदियों की तरह खाने में दो रोटी, एक रागी बाल, 200 ग्राम चावल तथा 150 ग्राम सांभर दिया गया।

जेल के एक सूत्र ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर  कहा, “जब शशिकला की रिश्तेदार एलावारसी ने उनकी खराब सेहत को लेकर उनसे खाने का आग्रह किया गया, तो उन्होंने सांभर के साथ चावल तथा बटर मिल्क लिया।”

न्यायाधीश ने शशिकला को प्रार्थना तथा योग करने के लिए अलग से एक कमरा, ए क्लास सुविधाएं तथा अटैच टॉयलेट बाथरूम देने से भी इनकार कर दिया।

सेल में दाखिल होने से पहले उन्होंने अपनी चीजें काउंटर पर जमा करा दीं और प्रक्रिया के मुताबिक इससे पहले जेल में बिताए गए 21 दिनों को रजिस्टर में दर्ज कराया।

जेल में कठोर हालात में रह रहीं महिलाओं की पीड़ा व्यक्त करते हुए पुगाझेंदी ने कहा कि शशिकला सुबह पांच बजे उठ गईं, फिर योग करने के बाद थोड़ी देर तक बैरक में चहलकदमी की।

पुगाझेंदी ने कहा, “उन्होंने कुछ तमिल अखबार भी पढ़े। सुबह 7.30 बजे नाश्ते में उन्होंने लेमन राइस लिया, जबकि अपराह्न 12.30 बजे खाने में सांभर और चावल लिया।”

शशिकला (59) ने बुधवार को निचली अदालत के समक्ष समर्पण कर दिया, जिसके बाद उन्हें जेल में बंद कर दिया गया। सर्वोच्च न्यायालय से उन्होंने समर्पण करने के लिए थोड़ा वक्त मांगा था, लेकिन न्यायालय ने उनकी अर्जी खारिज कर दी थी।

स्वास्थ्य के आधार पर मांगी गई प्राथमिकता प्रदान करने से निचली अदालत के न्यायाधीश अश्वनाथ नारायण द्वारा इनकार करने के बाद उन्हें महिला बैरक के 10 फुट लंबे तथा आठ फुट चौड़े सेल में बंद कर दिया गया।

आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी शशिकला तथा उनके दो रिश्तेदार एलावारसी तथा वी.के.सुधाकरण दूसरी बार चार साल की सजा काटने जेल पहुंचे हैं।

तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता के साथ शशिकला, एलावारसी तथा सुधाकरण को दोषी ठहराए जाने के निचली अदालत के फैसले के बाद इन चारों लोगों ने 27 सितंबर 2014 से 18 अक्टूबर तक इसी जेल में बिताए थे। जयललिता का चेन्नई में पांच दिसंबर को निधन हो गया।

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