बीजेपी सरकार का बड़ा फैसला, अब 50 वर्ष तक दे सकेंगे लोक सेवा का एग्जाम

मुख्यमंत्रीलखनऊ। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री जब से प्रदेश के सीएम बने हैं तब से वो लगातार एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे हैं। अब उन्होंने एक और बड़ा फैसला लिया है। सीएम योगी ने फैसला लिया है कि उत्तर प्रदेश सिविल सेवा परीक्षार्थियों के लिए यूपीपीसीएस(प्री) 2013 के सीसैट से प्रभावित प्रतियोगी छात्रों को दो अतिरिक्त मौका दिया जाएगा।

संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) की तर्ज पर उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस 2012 से 2015 तक की परीक्षा में सीसैट पैटर्न लागू किया था। इसकी वजह से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सके और तय उम्र सीमा को भी पार कर गए। ऐसे में प्रभावित अभ्यर्थी दो अतिरिक्त अवसरों की मांग कर रहे थे।

उत्तर प्रदेश कैबिनेट द्वारा लिए गये अहम निर्णय में कहा गया कि सभी श्रेणी के सरकारी कर्मचारी तथा शिक्षक 50 वर्ष तक पीसीएस परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस-प्री परीक्षा में सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (सीसैट) लागू किए जाने से प्रभावित सामान्य वर्ग के प्रतियोगी छात्र अब 45 वर्ष और ओबीसी, एससी-एसटी के प्रतियोगी 50 वर्ष की आयु तक पीसीएस प्री परीक्षा दे सकेंगे। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के अनुसार प्रतियोगी छात्रों के लिए सिविल सर्विसेज परीक्षा वर्ष 2011 के पहले पत्र-एक और पत्र-दो की व्यवस्था थी। बाद में सीसैट की व्यवस्था लागू की गई। पीसीएस में भी इसे लागू कर दिया गया, जिससे वर्ष 2013 के प्रतियोगी छात्रों को काफी दिक्कतें हुईं।

प्रदेश कैबिनेट ने पीसीएस प्री में सीसैट लागू किए जाने से प्रभावित हुए प्रतियोगियों को दो अतिरिक्त अवसर देने का फैसला लिया है।

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