गोवा के स्कूलों में हुआ देश का अपमान, 13,000 पन्नों में छापा अधूरा राष्ट्रगान

राष्ट्रगान अधूरापणजी। गोवा में शिक्षा अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि दूसरी कक्षा की मराठी की पाठ्य पुस्तक में तकनीकी गड़बड़ी के कारण राष्ट्रगान अधूरा छपा है। स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) के निदेशक नागराज होनेकेरी ने कहा कि 13,000 पन्ने पुन: प्रकाशित होंगे, जिनमें पूरा राष्ट्रगान होगा और उसे भूल सुधार के साथ सभी स्कूलों को भेजा जाएगा।

उन्होंने कहा, “सभी अधूरे राष्ट्रगान वाले पन्नों की जगह भूल सुधार के साथ नए पन्ने लेंगे। इन पन्नों के प्रकाशन के लिए सरकार या विभाग को कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि गलती प्रकाशक की तरफ से हुई है।”

होनेकेरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “यह सच है कि राष्ट्रगान की दो पंक्तियां गायब हैं। वास्तव में, हमने प्रकाशक को जो सीडी दी थी, उसमें कोई गलती नहीं थी। प्रकाशन के समय कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी या कुछ और कारण से दो पंक्तियां नहीं छपीं।”

उन्होंने कहा, “हम पाठ्य पुस्तक के प्रकाशन के दौरान सामान्यतया काफी एहतियात बरतते हैं। जब यह हमारे संज्ञान में लाया गया, तो हमने फौरन गलती सुधारी।”

कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को कहा था कि गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार ने पाठ्य पुस्तक में अधूरा राष्ट्रगान छापकर राष्ट्रगान का अपमान किया है।

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