वकील के बयान से रामवृक्ष की मौत पर संदेह, दावा नहीं हुई हिंसा में मौत

रामवृक्ष की मौतनई दिल्ली। हाल ही में मथुरा कांड को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। कई दिनों से ऐसा माना जा रहा था कि मथुरा में हुई हिंसा का मुख्य आरोपी मर गया है, लेकिन रामवृक्ष की मौत के मामले में नया मोड़ तब आ गया जब रामवृक्ष यादव के वकील ने यह दावा किया कि उसकी मौत जवाहर बाग़ में हुई हिंसा के दौरान नहीं हुई थी।

रामवृक्ष की मौत या जिन्दा

वकील के बयान के मुताबिक़ रामवृक्ष यादव हिंसा के दौरान सिर्फ घायल हुआ था, जिसे कई लोगों के द्वारा हिंसा के वक्त पुलिस लाइन की तरफ से भागते देखा गया। इसके साथ ही वह दावा कर रहे हैं कि इसकी क्लिप भी है, लेकिन उन्होंने वो क्लिप अपने पास मौजूद होने से मना भी किया है।

वहीं पुलिस का दावा है कि जवाहर बाग में भड़की हिंसा में रामवृक्ष की मौत हो गई है, जिसकी तस्वीरें पुलिस ने मीडिया को दी थीं। अगर देखा जाए तो पुलिस द्वारा दी गई मृत रामवृक्ष की तस्वीर और जिंदा रामवृक्ष की तस्वीर में अंतर नजर आया है। रामवृक्ष यादव का अगर जिंदा फोटो देखें तो उसका चेहरा लंबा था और सिर के बाल कुछ कम थे, लेकिन मृत रामवृक्ष के फोटो में चेहरा गोल और सिर पर बाल ज्यादा थे।

वहीं रामवृक्ष यादव के वकील का यहां तक भी कहना है की रामवृक्ष यादव की बेटी ने उसकी शव की पहचान करने की मांग की थी, जिसकी जानकारी रामवृक्ष के वकील तरुण गौतम का कहना है कि उन्होंने इस बात की जानकारी कमिश्नर और जिले के अधिकारियों को देने की कोशिश की। मगर किसी ने उनकी बात नहीं सुनी और कथित सत्याग्रही रामवृक्ष के शव को जला दिया गया। गौरतलब है कि मथुरा के जवाहरबाग में हुई हिंसा में 24 लोगों की मौत हुई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इसमें दो पुलिस अधिकारी भी शहीद हो गए।

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