राज्यपाल को लेकर प्रो. इरफान हबीब का बयान, कहा ‘राज्यपाल गलत बात करेंगे तो रोके जायेंगे’

REPORT:-ARJUN/ALIGHARH

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग में प्रोफेसर एमेरिट्स इरफान हबीब ने कुन्नूर विश्वविद्यालय में हुए वाकये के बारे में बताया. हिस्ट्री डिपार्टमेंट में उन्होंने बताया की हिस्ट्री कांग्रेस में गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान को हमने नहीं बुलाया था. उन्होंने बताया कि कुन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति ने चांसलर होने के नाते इतिहासकारों का वेलकम करने के लिए राज्यपाल को बुलाया था और राज्यपाल महोदय ने अपना अभिभाषण आखरी में रखवाया था.

प्रो. इरफान हबीब

प्रो इरफान हबीब ने आरोप लगाया कि हिस्ट्री कांग्रेस के आयोजकों को इस दौरान रोका गया. जो इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस कायदे के खिलाफ था. उन्होंने कहा कि हिस्ट्री कांग्रेस के आयोजक हम हैं. तो कार्यक्रम भी हमारे कायदों से ही होना था. उन्होंने कहा कि गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान को इतिहासकारों का स्वागत करना था. लेकिन उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून की चर्चा  छेड़ दी.

महात्मा गांधी, मौलाना आजाद और मुसलमानों के बारे में गलत बयानबाजी करने लगे. जब वे इस लेवल पर बात करने लगे . तब मैंने कोशिश की इन मुद्दों को छोड़कर इतिहासकारों का स्वागत करें. उन्होंने बताया कि पुलिस वालों ने हमें रोका. लेकिन मैं मंच पर गया और कहा कि जो बातें मौलाना आजाद के जरिए कह रहे हैं. वह गोड्से को कोड करके कहें.  इस दौरान राज्यपाल के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हिस्ट्री कांग्रेस के चार आयोजकों को भी हिरासत में ले लिया था.

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इरफान हबीब ने सीधे सपाट शब्दों में कहा कि अगर राज्यपाल बदतमीजी की बात करेंगे तो रोके जाएंगे.इस वाकये के बाद से इतिहासकार इरफान हबीब को मिले एमेरिट्स प्रोफेसर का रुतबा वापस लेने की मांग उठी.अलीगढ़ में भाजपा सांसद सतीश गौतम व हिन्दूवादी संगठनों ने केन्द्र सरकार को पत्र भी लिखा.

इस पर प्रो इरफान हबीब ने कहा कि प्रोफेसर एमिरेट्स ही नहीं पद्मभूषण का भी अवार्ड वापस ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर मैं बहुत ही बुरा लग रहा हूं. तो प्रोफेसर एमेरिट्स  और पद्मभूषण वापस ले लें.वही आईआईटी कानपुर में फैज अहमद फैज की कविता  ‘हम देखेंगे’ को लेकर उठे सवाल पर प्रो इरफान हबीब ने कहा कि अब कविता भी नहीं लिख सकते और सरकार को चाहिए कि ऋग्वेद पर भी कमीशन बैठा दें. उन्होंने कहा कि ऋग्वेद में भी कहा गया है कि ईश्वर को नहीं मालूम कि ईश्वर से पहले क्या था. ऋग्वेद भी हिंदुइज्म के खिलाफ है. उस पर भी सरकार को जांच बैठा देनी चाहिए. इरफान हबीब ने कहा कि इस तरह की बेवकूफी का कोई इलाज नहीं है.

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