योग दिवस के खिलाफ मुस्लिम धर्मगुरुओं का‍ ‘विवादासन’

नई दिल्ली। अब योग दिवस पर विवाद शुरू हो गया हैै। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केन्द्रीय आयुष मंत्रालय ने 21 जून को योग दिवस के मौके पर ‘ओम’ का जाप करना अनिवार्य कर‍ दिया है। इसकी जानकारी देश भर के शिक्षण संस्थानों को भेजी जा रही है। लेकिन बात मीडिया में आने पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने योग दिवस का विरोध शुरू कर दिया है।

योग दिवस

योग दिवस पर विवाद

लखनऊ में मुस्लिम धर्मगुरु राशिद फिरंगी महली ने योग दिवस पर ‘ओम’ की अनिवार्यता को असंवैधानिक करार दिया है। कोलकाता के मुस्लिम धर्मगुरु शफीक काजी ने भी ओम की अनिवार्यता का विराेध किया है। उन्होंने सरकार से इस मामले में अपने कदम वापस खींचने की अपील की है। इस मामले में कांग्रेस के नेता पीएल पुनिया भी उनके पक्ष में दिख रहे हैं। पीएल पुनिया का कहना है कि अगर सरकार ने ऐसा किया हैै, तो यह गलत है।

पीएल पुनिया ने कहा, ‘सरकार को यह ध्यान में रखना होगा कि इस देश में हर जाति धर्म के लोग रहते हैं। योग दिवस पर किसी भी तरह की अनिवार्यता तभी लागू करनी चाहिए, जब यह सर्वमान्य हो।’ हालांकि फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने योग दिवस पर आयुष मंत्रालय की इस पहल का स्वागत किया है।

अनुपम खेर ने कहा, ‘हमारे घर में यह बातें बचपन से सिखाई जा रही हैं। हमें इससे कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।’ अनुपम ने कहा कि उनके परिवार के लोग योग करते आए हैं और ‘ओम’ का जाप भी करते रहे हैं। हालांकि अनुपम ने यह भी कहा कि अगर कोई अपने धर्म के अनुसार जाप करना चाहे तो वह इसके लिए आजाद है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बीते साल 21 जून से शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर दुनिया के कई देशों नेे योग की शुरुआत में भारत का साथ दिया था।

ये होगा कार्यक्रम

  • कुल 45 मिनट का कार्यक्रम होगा।
  • इसमें 6 मिनट गर्दन और कंधे से जुड़े आसन होंगे।
  • दो मिनट प्रार्थना होगी।
  • इसके बाद 23 योग आसन किए जाएंगे।
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