योगी ने मलाई खाने वालों पर चला दिया चापड़, गरीबों को लूटने वाले करोड़पति रोएंगे खून के आंसू

योगी सरकार में सपनों का घरलखनऊ। दनादन धाकड़ फैसलों के बीच इस बार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपना चापड़ सपा और बसपा शासन काल में मलाई खाने वालों पर चला दिया है। इसके तहत यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी ने छह बिल्डर्स के 17 प्रॉजेक्ट्स रद्द कर दिए। ऐसे में जहां बिल्डर्स की रातों की नींद हराम हो गई है, वहीं योगी सरकार में सपनों का घर पाने वालों को भी करारा झटका लगा है।

योगी सरकार में सपनों का घर

बता दें इन बिल्डर्स के प्रोजेक्ट ले-आउट अप्रूवल ना लेने की वजह से रद्द किए गए हैं। इससे ऐसे हजारों लोगों का पैसा फंस गया है जिन्‍होंने घर का सपना देखते हुए इन प्रोजेक्‍ट में पैसा लगाया था।

इस फैसले के बाद कई प्रॉजेक्टस पर इसका असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। इसमें जेपी, गौड़ सन्स प्राइवेट लिमिटेड, वीजीए डेवलपर्स, अजनारा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ओरिस इंफ्रास्ट्रकचर प्रॉजेक्टस भी ज़द में आएंगे।

इस मामले में प्राधिकरण का कहना है कि बिल्डर बिना नक्शा मंजूर कराए अवैध तरीके से निर्माण कर रहे थे। इन परियोजनाओं को एसपी और बीएसपी के सरकार में मंजूरी मिली थी।

बिल्डरों को नए सिरे से बिल्डिंग प्लान का नक्शा मंजूर करने के लिए आवदेन करना होगा। इनमें से कुछ बिल्डरों ने तो बुकिंग कर ली थी जबकि निर्माण कार्य नहीं हुआ था।

जेपी इंफ्राटेक को यमुना एक्सप्रेस वे का निर्माण करने के बदले यूपी सरकार से हुए समझौते के तहत एक्सप्रेस वे के किनारे 500 हेक्टेयर जमीन आवंटित किया गया था।

इस फैसले से आशियाने की तलाश में इन प्रोजेक्‍टों में निवेश करने वालों में घबराहट का माहौल है। उन्हें डर है कि कहीं लागाया हुआ पैसा बिखर न जाए।

LIVE TV