मिल गया चायवाले मोदी की दुकान का पता

narendra_modi_tense_630नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी की डिग्री और मार्कशीट के बाद अब उनकी जाति पर सवाल खड़े किए गए हैं। कांग्रेस ने मोदी के ओबीसी स्टेटस पर सवाल उठाए हैं। कांगेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल के मुताबिक ऊंची जाति के हैं।

मोदी की जाति का सवाल

मोदी बीते 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी की वाराणसी सीट से प्रत्याशी थे। उन्होंने चुनाव आयोग को जो जानकारियां उपलब्ध कराई थीं, उसके मुताबिक मोदी ओबीसी कैटेगरी में आते हैं।

अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव के इसी दस्तावेज पर सवाल खड़े कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह ने गुरुवार को जो कागजात मीडिया के सामने पेश किए, उसके मुताबिक साल 2001 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में मोदी ने जो जाति प्रमाण पत्र दिया था, उसमें ओबीसी का जिक्र नहीं था।

गोहिल ने कहा, ‘सितम्बर 2001 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मोदी ने जो शपथपत्र जमा किया किया था, उसके मुताबिक वह ‘मोध गन्झीस’ जाति से ताल्लुक रखते हैं। यह जाति किसी भी रूप में ओबीसी कैटेगरी में नहीं आती। न ही इसे किसी भी तरह का आरक्षण मिला हुआ है।’

कांग्रेस प्रवक्ता गोहिल के मुताबिक उन्हें यह जानकारी एक आरटीआई के जरिए मिली है। गोहिल ने बताया कि कि एक रिटायर डिप्टी एसपी ने सूचना का अधिकार कानून के जरिए यह जानकारी हासिल करके मुझ तक पहुंचाई।

गोहिल ने मोदी की जाति पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी राजनी‍ति चमकाने के लिए एक ऊंची जाति का अपमान किया है। उन्होंने मोदी का चायवाला होने पर भी सवाल उठाए हैं। गोहिल का कहना है कि मोदी के कुछ रिश्तेदार एक कैंटीन के कांट्रैक्‍टर थे। बस उन्हीं के सहारे मोदी खुद को चायवाला बताते हैं।

 

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