माँ न बन पाने का कारण कहीं आपका मोटापा तो नहीं!

मोटापापानीपत| देश भर के करीब 500 डॉक्टर शनिवार को हरियाणा के इस शहर में जुटे और उन्होंने मोटापा दूर करने लिए पेट की सर्जरी की तकनीक में हुई प्रगति पर चर्चा की। सम्मेलन में देश भर के बैरियाटिक सर्जन शामिल हुए। मेडिकल आकंड़ों के मुताबिक मोटापे की शिकार करीब 70 फीसदी महिलाएं मां बन पाने में सक्षम नहीं होती हैं।

मोटापा : सर्जरी ही एक समाधान

इस सम्मेलन के आयोजक आईबीएम अस्पताल के कार्यकारी निदेशक गौरव श्रीवास्तव ने बताया, “अगर किसी का वजन 5-10 किलो ज्यादा है तो वह डायटिंग, कसरत आदि से अतिरिक्त वजन घटा सकता है।

लेकिन महिलाओं के मामले में जिनमें मोटापा बहुत अधिक है और इसके कारण वे मां नहीं बन पा रही हैं, तो पेट का आकार बदलने की सर्जरी ही एक समाधान है।”

उन्होंने बताया, “बहुत सारी मोटी महिलाएं वेट लॉस सर्जरी के बाद प्रजनन प्रणाली क्षमता में वृद्धि और हार्मोन के प्रभाव से मां बनने के लिए अधिक उपयुक्त होती हैं।”

एक प्रमुख बैरियाट्रिक सर्जन विवेक बिंदाल ने बताया, “बैरियाट्रिक सर्जरी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हमें मधुमेह, हाइपरटेंसन, स्लीप एप्निया, बांझपन, माइग्रेन, उच्च कोलेस्ट्रॉल और अर्थराइटिस जैसे क्रोनिक रोगों से आजादी देता है।”

“यह साबित हुआ है कि बैरियाट्रिक सर्जरी के बाद मरीज की जिंदगी बढ़ती है और उनका जीवन बेहतर भी होता है। वास्तव में ये रोगी बैरियाट्रिक सर्जरी के बाद अपने खोए हुए जीवन को पुन: पा लेते हैं और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।”

मोटापे की रोकथाम के लिए बैरियाट्रिक सर्जरी की जाती है।

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