इस ‘डॉक्टर’ ने डेढ़ हजार बच्चों की कोख में ली जान

मेरठ।  मेरठ के फलावदा इलाके में फर्जी महिला डाॅक्टर ने डेढ़ हजार से ज्यादा गर्भपात करा डाले। उसके खिलाफ लिंग जांच और गर्भपात कराने की शिकायतों के बाद सीएमओ के कान खड़े हुए तो उन्होंने जांच कराई, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। इसी दौरान एक स्टिंग ऑपरेशन में मेेरठ की फर्जी डॉक्टर के खिलाफ सबूत मिले तो सीएमओ के आदेश पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

मेेरठ की फर्जी डॉक्टर

मेेरठ की फर्जी डॉक्टर का खेल

फलावदा क्षेत्र में अपना गोरखधंधा चलाने वाले नीरा नाम की महिला खुद को डाॅक्टर बताती है और घर के एक कमरे में क्लीनिक चलाती है। स्टिंग ऑपरेशन के तहत एक युवती को नीरा के पास भेजा गया।

बातचीत के दौरान नीरा ने पहले तो युवती से काफी पूछताछ की। संतुष्ट होने के बाद गर्भपात के लिए फीस तय की गई। युवती ने गर्भपात के दौरान किसी खतरे के बारे में पूछा तो नीरा ने बताया कि वह नौ साल से यह काम कर रही है और डेढ़ हजार से ज्यादा गर्भपात करा चुकी है।

इस मामले की जानकारी सीएमओ डा. सुबोध कुमार तिवारी को दी गई तो उन्होंने जांच शुरू कराई। आरोपी महिला के खिलाफ कई सबूत उनके हाथ आए। पता चला कि आरोपी महिला के पास केवल नर्सिंग का डिप्लोमा है। सचिव और सीएमओ के आदेश पर डिप्टी सीएमओ वीके गुप्ता ने नीरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

मेेरठ की फर्जी डॉक्टर मामले की पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। स्थानीय लोगों से शिकायत मिली थी कि आरोपी महिला अप्रशिक्षित है। गलत तरीके से लिंग जांच और गर्भपात कराती है। इस महिला का स्टिंग स्थानीय मीडिया चैनल ने किया था।

बचा लीजिए बेटियां

वाराणसी

जनगणना 2001: 919

जनगणना 2011: 885

गिरावट: 34

इलाहाबाद

जनगणना 2001: 917

जनगणना 2011: 893

गिरावट: 24

चित्रकूट

जनगणना 2001: 928

जनगणना 2011: 907

गिरावट: 21

फैजाबाद

जनगणना 2001: 945

जनगणना 2011: 931

गिरावट: 14

मथुरा

जनगणना 2001: 872

जनगणना 2011: 870

गिरावट: 2

(छह वर्ष तक की लड़कियों की संख्या प्रति हजार लड़कों की तुलना में।)

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