मुजफ्फरनगर में अभिनेता शाहरुख खान पर दर्ज हुआ मुकदमा, जानिए क्या है मामला
मुजफ्फरनगर में एक छात्र के पिता ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान और बाईजूस लर्निंग एप कंपनी के खिलाफ कंजूमर कोर्ट में एक वाद दायर किया है। इनका आरोप है कि कंपनी का एप समझ में नहीं आने पर कंपनी ने रुपये वापस करने का वादा किया था। जो उन्होंने पूरा नहीं किया।
जिसके चलते इस कंपनी के ब्रांड एंबेसडर अभिनेता शाहरुख खान है। इसी लिए जिला उपभोक्ता प्रतितोष फोरम के द्वारा शाहरुख खान सहित कंपनी को नोटिस जारी किये गए है। मामले में सुनवाई के लिए 24 मार्च की तारीख लगाई है ।
आपको बता दे की उपभोक्ता फोरम में 4 फरवरी को वाद दायर किया गया था। छात्र के पिता और केस के वादी ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होने एसडी पब्लिक स्कूल में बच्चो का एक टैस्ट लिया था। टैस्ट के अनुसार पता चल गया की कौन – कौन से बच्चे पढाई में अच्छे है। उसके बाद वो हमारे घर पर फोन करते रहे हमारा एक एप है। बहुत अच्छा ऐप है आप इसे ले लीजिये। बाईजूस कंपनी के कर्मचारी थे। वो हमारे घर पर भी कई बार आये।
लगातार यही कहते रहे की आप हमारा ये टैब खरीद ले , इससे आपका बच्चा और इंटेलिजेंट हो जायेगा। इस तरह से उन्होंने हमें बहुत सारी भ्रामक बाते बताई , हम उनके बहकावे में आ गये। उन्होंने कहा कि पेमेंट तुरंत देना होगा। हमने कहा की हमें कुछ समय दे दीजिये , मगर उन्होंने कहा की पेमेंट तुरंत देना होगा। हमने लगभग 40 हजार रूपये में ये टैब लिया था। उसके बाद टैब आ गई हमारा बच्चा उसमे पढ़ने लगा। मगर उसकी समझ में कुछ नहीं आया। उन्होंने कहा था कि 15 दिन अंदर अगर आपके बच्चे को कुछ समझ आया तो ये टैब वापस हो जाएगी। इसी शर्त पर हमने ये टैब उनसे मंगाई थी।
उसके बाद बच्चे को कुछ समझ में नहीं आया , हमने उनसे बात की , उनके लोगो ने हमारा फोन रिसीव नहीं किया और ना ही कुछ समझाने की कोशिश की , हम उनसे पांच छ दिन बाद ही कहने लगे थे की टैब वापस करनी है। उन्होंने कहा कि हम टैब वापस करा देंगे। उन्होंने टैब वापस नहीं की उसके बाद हमने कंपनी के पास मेल की हमें टैब नहीं रखनी है। उसके बाद भी उन्होंने टैब वापस नहीं की , उसके बाद उस मैंने अपने अधिवक्ता अभिनव अग्रवाल के माध्यम से उन्हें नोटिस भेजा। नोटिस के बाद भी उनका कोई जवाब नहीं आया।
फिर मैंने अपने अधिवक्ता अभिनव अग्रवाल के द्वारा इनके खिलाफ कंज्यूमर फोरम में एक वाद दायर कराया है। उसमे 24 मार्च की तारीख लगी है। ये कंपनी लोगो को गुमराह कर रही है और बच्चो धोखा धड़ी कर रही है। बच्चो के जीवन के साथ इस तरह का खिलवाड़ नहीं होना चाहिये। मैं यही कहना चाहुगा हमारे डीएम और एसएसपी साहब को ऐसे लोगो के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिये। जिससे शिक्षा के नाम पर बच्चो धोखाधड़ी ना हो और पेरेंट्स परेशान ना हो।
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वही वादी के अधिवक्ता अभिनव अग्रवाल ने बताया कि शाहरुख़ खान बाईजूस लर्निंग एप कंपनी के ब्रांड एंबेसडर है। जो हमारे वादी है उनके बेटे के स्कूल में एक एग्जाम कंटेंट करवाया। उसमे जो बच्चे थे उनके माता पिता से संपर्क किया। इसमें जो विपक्षी नम्बर दो है शाहरुख़ खान उनके प्रोमो दिखाए। 40 हजार रूपये दे दो और हमारा ये टैब ले लो , हम आपको प्रोडक्ट देंगे जिससे 9 और 10 क्लास के लिए बच्चे की बहुत अच्छी पढाई हो जाएगी।
उनके भ्रामक विज्ञापन को देखकर इन्होने टैब ले लिया। उन्होंने ये भी कहा कि अगर 15 दिनों में कुछ समझ में नहीं आया तो टैब को वापस ले लिया जायेगा और आपकी मनी बैक हो जाएगी। इसनहोने कई बार फोन किया मैसेज भी किया मगर उन्होंने कोई रेस्पॉन्स नहीं दिया। बाद में टैब वापस करने से मना कर दिया। इन्होने उनको नोटिस भी दिया की इतने दिनों में ब्याज सहित हमारे पैसे वापस कर दो मगर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
उसके बाद हमने चार फरवरी शाहरुख़ खान और बाईजूस के खिलाफ कंज्यूमर फोरम में वाद दायर कर दिया। इसमें 24 मार्च की तारीख लगी है। इनकी ऐप है जिसको ये लैपटॉप या टैब में इस्टाल करके देते है और उसके 40 हजार रूपये लेते है। उसके बाद ये धोखाधड़ी हो गई कोई पैसा वापस नहीं किया। धोखाधड़ी और भ्रामक विज्ञापन का केश डाला है।