मिलिए दुनिया की पहली ट्रांसजेंडर एथलीट से, Olympics में लेंगी हिस्सा
लॉरेल हबर्ड ओलंपिक में खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर एथलीट होंगी। हबर्ड ने 185 क्रिगा भार उठाकर न्यूजीलैंड की पांच सदस्यीय महिला भारोत्तोलन टीम में जगह बनाई है। वह महिलाओं के प्लस 87 किग्रा भार वर्ग में चुनौती पेश करेंगी। 43 वर्षीय हबर्ड मौजूदा खेलों में खेलने वाली सबसे उम्रदराज वेटलिफ्टर होंगी। इसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के ट्रांस एथलीटों के निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के लिए बने नियमों और सभी आवश्यकताओं को पूरा किया है। आईओसी नीति में शर्तों के साथ पुरुष से महिला बनने वालों को महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति है। इससे पहले तक उन्होंने पुरुषों की भारोत्तोलन स्पर्धाओं में भाग लिया था।
आपको बता दें कि हबर्ड ने 2017 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक और समोआ में 2019 प्रशांत खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। हबर्ड को ओलंपिक में सुपर हैवी वेट में पदक का दावेदार माना जा रहा है। वह दो अगस्त को अपना पहला मुकाबला खेलेंगी। हालांकि, हबर्ड के टीम में चयन के साथ ही विरोध भी शुरू हो गया है। उनका कहना है कि यह अन्य महिलाओं के साथ अन्याय होगा। बेल्जियम की भारोत्तोलक अन्ना वाबेलिंगेन ने कहा कि हबर्ड का टोक्यो में चुनौती पेश करना अन्य महिलाओं के लिए अनुचित और एक बुरे मजाक की तरह है। अन्ना भी 87 किग्रा भार वर्ग में खेलेंगी।