मिर्ज़ा ग़ालिब के ससुर
जोक्स-1
मिर्ज़ा ग़ालिब:
हमें तो अपनों ने लूटा
गैरो में कहाँ दम था
अपनी कश्ती वहां डूबी
जहां पानी कम था
ग़ालिब की पत्नी:
तुम तो थे ही गधे
तुम्हारे भेजे में कहाँ दम था
वहां कश्ती लेकर गए ही क्यों
जहाँ पानी कम था!!
जोक्स- 2
बैंक मैनेजर: ये क्या अजीब सा हस्ताक्षर है?
“@/e”
संता: ये हस्ताक्षर मेरी दादी के हैं!
बैंक मैनेजर: ऐसा अजीब सा हस्ताक्षर?
क्या नाम है उनका?
संता: जलेबी बाई
जोक्स-3
सरदार जी पूरी ज़िन्दगी सोचते रहे..
सोचते रहे..
सोचते रहे..
और
सोचते सोचते मर गए,
कि अगर मेरी बहन के 3 भाई हैं,
तो मेरे 2 ही क्यों है?
जोक्स-4
टीचर- बेटा, अगर सच्चे दिल से प्रार्थना की जाए तो वो जरूर सफल होती है।
छात्र- रहने दो सर… अगर ऐसा होता तो आप मेरे सर नहीं, ससुर होते।