मानसिक रोगियों के लिए ऑटोमेटिक लांड्री

एक मानसिक रोगी अधिकार संगठन ‘अंजलि’ की संस्थापक रत्नाबोली रे ने कहा, “यह विचार उस धारणा को तोड़ने के लिए है कि मानसिक रोगी श्रमिक नहीं बन सकते हैं। जो काम वे लांड्री में कर रहे हैं, उससे साबित होता है कि जीवन में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।”

अंजलि ने राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से लांड्री परियोजना शुरू की थी। ‘स्पर्श फउंडेशन’ इसका तकनीकी सहयोगी है और ‘द हंस फउंडेशन’ ने इसे सक्षम बनाया है।

मंत्री पांजा ने कहा, “यह सशक्तिकरण, आजीविका और स्वच्छता के लिए है। आप इसे भारत में कहीं भी नहीं पाएंगे।”

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