CM दफ्तर : एक साल से यही था निशाना, यही ठिकाना

बिज्जू की दहशतलखनऊ। यूपी के सीएम दफ्तर में एक बार फिर बिज्जू की दहशत छा गयी। पूरे दफ्तर में अफरातफरी का माहौल हो जाने के कारण घंटों काम ठप रहा। मौके की नजाकत को देखते हुए वन विभाग की टीम को बुलाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद इस टीम की मेहनत रंग लाइ और इस बिज्जू को पकड़ लिया गया।

बिज्जू की दहशत अभी भी

मगर इस बिज्जू के पकड़े जाने से ये नही कहा जा सकता कि लगभग एक साल से जो मुख्यमंत्री परिसर में बिज्जू की दहशत फैली हुई थी वो ख़त्म हो गयी है।

सचिवालय कर्मियों का कहना है की अभी इस बिज्जू के भाई बंधू और भी हो सकते हैं। सूबे के सबसे शक्तिशाली दफ्तर मुख्यमंत्री के एनेक्सी स्थित कार्यालय में बिज्जू के भय से कर्मचारी एक जुट होकर दफ्तर के बाहर टहलते थे।

एक साल के अंदर यह तीसरा वाकिया है जब मुख्यमंत्री कार्यालय परिसर में बिज्जू के पीछे अधिकारियों की नींद उड़ा दी है।

लाल बहादुर शास्त्री भवन एनेक्सी में मुख्यमंत्री का कार्यालय है। इस परिसर में करीब एक साल पहले बिज्जू की आवाज और बदबू से वहां के कर्मचारियों का रहना उठना बैठना सब बेतरतीब हो गया था।

इस बार हलाकि एक बिज्जू पकड़ लिया गया है, मगर बिज्जू का डर इस बिल्डिंग में बैठने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों में समा गया है।

बिज्जू के भय सिर्फ सीएम के दफ्तर यानी पंचम तल तक ही नहीं है बल्कि इसी बिल्डिंग में बैठने वाले मुख्य सचिव आलोक रंजन के कर्मचारियों में भी है।

चीफ सेके्रेटरी का स्टाफ बिज्जू से इतना भयभीत है कि उसने राज्य सम्पत्ति विभाग के अधिकारियों की नींद उडा दी है।

दफ्तर के कर्मचारियों का कहना था कि रात के वक्त वहां अजीब सी आवाज आती है। उनका कहना है कि अजीब सी आवाज शायद बिज्जू की होगी।

इस शिकायत पर राज्य सम्पत्ति विभाग ने सिविल और विद्युत यांत्रिक अभियंत्रण विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया था और वे इसकी खोज कर रहे थे कि आखिर बिज्जू कहां है।

उल्लेखनीय है कि एक साल पहले बिज्जू को लेकर राज्य सम्पत्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग और वन विभाग की टीम कई दिन तक लगी रही थी।

बाद में पता चला था कि बिज्जू ने लम्बी सुरंग बनाई हुई है, जिसके जरिए वह एनेक्सी के पंचमतल में आतंक मचाए था।

 

LIVE TV