बसपा में मची भगदड़, अब रवीन्‍द्र त्रिपाठी ने पार्टी छोड़ी

बसपा लखनऊ। स्वामी प्रसाद मौर्या, आरके चौधरी समेत कई नेताओं के बसपा छोड़ने के बाद अब भदोही जिले के बड़े नेता रबीन्द्र नाथ त्रिपाठी ने पार्टी को गुड बाय कह दिया है। जिससे एक बार फिर यूपी में सियासत गरमा गई है। रबीन्द्र के बीएसपी छोड़ने के बाद भदोही समेत आसपास के जिलों में ब्राह्मण मतदाताओं में बीएसपी का जनाधार निश्चित तौर पर डांवाडोल होगा ।

बसपा में मची भगदड़

रबीन्द्र नाथ त्रिपाठी मूलरूप से भदोही जनपद के सुरियांवा क्षेत्र के रहने वाले हैं। सुरियावां ब्लाक प्रमुख रह चुके रबीन्द्र को बसपा ने जौनपुर जिले के बरसठी क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। 2007 में जौनपुर जिले के बरसठी सीट से रबीन्द्र ने जिले में सबसे अधिक वोट पाकर पार्टी में अपनी एक बड़ी पहचान बनाई थी। जिसके बाद लगातार भदोही और जौनपुर जिले के बड़े बीएसपी नेता के रूप में रबीन्द्र नाथ की पहचान बन गई थी।

बीएसपी ने रबीन्द्र नाथ को 2012 के चुनाव में भी भदोही से टिकट दिया पर सपा की लहर में रबीन्द्र को हार का सामना करना पड़ा। अपनी लोकप्रियता के कारण इस चुनाव में भी रबीन्द्र को लोगों ने खूब वोटिंग की और रबीन्द्र दूसरे नंबर पर रहे। खैर इस चुनाव में कम अंतर से हारकर भी रबीन्द्र ने लोगों को बता दिया कि लोगों के मन में इस नेता के लिए खासी जगह है। इसी को देखते हुए पार्टी ने आगामी 2017 के चुनाव में भी जौनपुर जिले के बदलापुर और मडियाहूं से भी उम्मीदवार बनाया पर बाद में इनका टिकट काट दिया गया जिससे लगातर नाराज चल रहे थे।

बसपा के लोकप्रिय नेता थे त्रिपाठी

अपने सरल व्‍यवहार और विकास के कारण जाने जाने वाले रबीन्द्र नाथ की ब्राह्मण मतदाताओं में अच्छी पैठ मानी जाती है। भदोही के साथ- साथ जौनपुर और आस-पास के जिलों में ब्राह्मण मतदाताओं में रबीन्द्र की अच्छी पैठ मानी जाती है। इस नेता का बीएसपी से अलग होने के बाद बीएसपी का जनाधार ब्राह्मणों में निश्चित तौर पर कम होगा।

बीएसपी से अलग होने के बाद रबीन्द्र त्रिपाठी के बीजेपी में जाने की संभावना तेज हो गई है। आपको बता दें कि प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व बीएसपी के संस्थापक सदस्य और मौजूदा बीजेपी नेता दीनानाथ भास्कर के मौजूद होने से यह कयास लगाये जा रहे हैं कि जल्द ही रबीन्द्र भी बीजेपी का दामन थाम सकते है।

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