नोट बैन के बाद अब होगा सबसे बड़ा दंगल, मोदी के खिलाफ खड़े हुए हिन्दू संगठन
मध्य प्रदेश। 1000 और 500 के नोटबैन के फैसले के खिलाफ अब द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने देश भर को नोटबंदी के बाद हो रही परेशानी के लिए मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि लिया यह फैसला एकदम घटिया है। उन्होंने कहा नोटबंदी के बाद हुईं मौतों के लिए पीएम मोदी को श्राप लगेगा।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के मोदी के खिलाफ खड़े होने के साथ ही कई बड़े हिन्दू संगठन भी पीएम के विरोध में उतरने की तैयारी कर चुके हैं।
हिन्दुओं के सबसे बड़े धर्मगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि इस फैसले ने जनता को हलकान कर दिया है। इस फैसले की वजह से देशभर में लोगों की मौतें हुई हैं जिसके लिए पीएम मोदी को श्राप लगेगा। शंकराचार्य स्वरुपानंद ने कहा कि जो मोदी ने जिस तरह से फैसला लिया वो तानाशाही है।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में शंकराचार्य ने यह बातें कहीं। शंकराचार्य यहां एक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे, जहां उनसे मीडिया के लोगों ने नोटबंदी की बाबत सवाल कर दिया। जिस पर वो केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर बुरी तरह से भड़क गए।
साईं बाबा और उनके भक्तों की भी आलोचना करने वाले शंकराचार्य ने कहा कि पीएम मोदी के लिए नोट बैन के फैसले से दिखता है कि वो अपने को कानून से ऊपर समझते हैं। शंकराचार्य ने कहा कि देश में सबसे ऊपर संविधान है और देश संविधान से ही चलेगा, मोदी के मन से नहीं।
शंकराचार्य ने मोदी सरकार की अंग्रेजी हुकूमत से तुलना करते हुए कहा कि केंद्र में आई बीजेपी सरकार तो जनता को अंग्रेजी राज से भी ज्यादा परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से जनता को सम्मान और सुरक्षा तो क्या दी जाती उल्टे सबको लाइन में लगा दिया है।
पीएम मोदी के नोटबैन के फैसले के बाद देशभर में मची अफरातफरी 10 दिन बीतने के बाद भी कम नहीं हुई है। अब तक 56 लोगों और 11 बैंककर्मियों की मौत हो चुकी है।प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर जिनकी वजह नोटबैन है।