पाकिस्तान ने रेल हादसे कराकर भारत से लिया सर्जिकल स्ट्राइक का बदला, अब मिलेगा माकूल जवाब

पाकिस्ताननई दिल्ली। हाल ही में कानपुर रेल हादसे में नया मोड़ आ गया है। सुरक्षा एजंसियों ने खुलासा किया है कि हादसे के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजंसी आइएसआई का हाथ है। ट्रेन हादसों को अंजाम देने के आरोप में अरेस्ट किए गए तीन युवकों ने दावा किया था कि पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई ने ये ऐक्सिडेंट कराए थे। इन तीनों का यह भी दावा है कि आईएसआई ने 29 सितंबर को सेना की ओर से पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के जवाब में यह साजिश रची थी।

एजेंसियां इन सभी दावों की पड़ताल करने में जुटी हैं। कानपुर के निकट इंदौर-पटना एक्सप्रेस और सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस के पटरी से उतरने पर करीब 150 लोग मारे गए थे। बिहार पुलिस ने मंगलवार को मोतिहारी से उमाशंकर पटेल, मोतीलाल पासवान और मुकेश यादव को अरेस्ट किया था। इन तीनों को घोड़ासहन रेलवे स्टेशन के नजदीक रेल ट्रैक पर 1 अक्टूबर को कुकर बम रखे जाने के आरोप में अरेस्ट किया गया था।

पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि कानपुर में हुए दो ट्रेन हादसों में भी इनकी भूमिका थी। इन तीनों को आईएसआई हैंडलर्स बृजकिशोर गिरी, शंभू गिरी और मुजाहिक अंसारी को नेपाल से पकड़े जाने के बाद दबोचा गया था। जांच के मुताबिक गिरी को दो साल पहले दुबई गए नेपाली मूल के शम्सुल हुदा ने फंडिंग की थी। शम्सुल आईएसआई का ऑपरेटिव है। वह भारत में स्थानीय लोगों की मिलीभगत से आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के मकसद से ही दुबई गया था।

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