पड़ोसियों का रखिये खास ख्याल, नहीं तो ये बीमारियां करेंगी परेशान

पड़ोसियों का ध्यानइंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का मानना है कि पड़ोसियों का ध्यान रखना सामाजिक जीवन का एक अहम हिस्सा है। अगर कोई मेडिकल इमरजेंसी हो जाए तो पड़ोसी सबसे पहले सहयोग देते हैं। इस सहयोगी ढांचे को मजबूत करना और बना कर रखना समाज की सेहत के लिए असरकारक हो सकता है।

आईएमए के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा, “अनेक संक्रामक बीमारियां समुदाय में चुपचाप फैलती रहती हैं। अगर पड़ोसी मिल कर कदम उठाएं तो ऐसी अनेक बीमारियों को दूर किया जा सकता है। 50 मीटर के दायरे में फैले डेंगू और मलेरिया में केवल अपने घर में सफाई रखने से काम नहीं चलेगा। ऐसे मामलों में समुदायिक स्वच्छता और स्वास्थ्य बेहद अहम है। साफ रखने, स्थानीय बुजुर्गो का ध्यान रखने, बीमार पड़ोसियों की देखभाल करने और स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाने जैसे मामलों में सुमदाय के लोगों को भी आगे आना होगा।”

अग्रवाल ने कहा, “सामुदायिक भागीदारी और सहयोग बेहद अहम है। मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों का शोषण और महिलाओं की सेहत सीधे तौर पर सामुदायिक सोच से जुड़े हुए हैं। यह सोच अच्छी सेहत को बढ़ावा दे सकती है या रुकावट बन सकती है। निर्भर करता है कि सोच सकारात्मक है या नकारात्मक। डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसे रोगों को रोकने के लिए सामुदायिक एकजुटता अहम है। संवदेनशील लोग समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता मुहिम और अन्य मसलों में शिक्षण का अभियान चला सकते हैं।”

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