कटक का इतिहास टीम इंडिया के साथ, लेकिन सीरीज जीतने के लिए देना होगा इन बातों पर ध्यान

टीम इंडियानई दिल्ली:  कटक के बाराबती स्टेडियम में गुरुवार को भारत और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा मैच खेला जाना है. बाराबती स्टेडियम में टीम इंडिया ने अभी तक 15 वनडे खेले है. जिसमें 11 मैचों में विरोधी टीम को हराया है. 4 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा और दो मैच रद्द भी हुए हैं. बाराबती स्टेडियम पर पिछला वनडे दो नवंबर 2014 को खेला गया था जब भारत ने पांच विकेट पर 363 रन बनाकर  श्रीलंका को 169 रन से शिकस्त दी थी.

पुणे में ऐतिहासिक जीत के बावजूद भारतीय टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी में कई खामियां सामने आई है. दूसरे वनडे में भारत को अजेय बढ़त बनाने के लिए इन 5 बातों पर ध्यान देना होगा.

सिर्फ कोहली का भरोसा करना ठीक नहीं
कप्तान विराट कोहली लगातार हर फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. लक्ष्य का पीछा करते समय उनका प्रदर्शन शानदार रहा है लेकिन ऐसा लगने लगा है कि पूरी टीम  कोहली पर निर्भर होने लगी है. पुणे वनडे में अगर केदार जाधव (120 रन) ने कोहली का साथ नहीं दिया होता तो मैच का परिणाम कुछ और ही होता. ऐसे में मिडिल ऑर्डर को रन बनाने होंगे जिस पर ध्यान नहीं दिया गया तो टीम की मुश्किलें बढ़ना निश्चित है.

ओपनिंग जोड़ी को देनी होगी ठोस शुरुआत
पुणे वनडे में भारतीय टीम की सलामी जोड़ी ठोस शुरुआत देने में नाकाम रही थी. राहुल ने जहां महज 8 रन बनाए वहीं शिखर धवन 10 गेंदों पर 1 रन बनाकर डेविड विली का शिकार बने. अपने देश में ऐसा 12 साल बाद हुआ है जब भारतीय ओपनर्स टीम के लिए 10 रन नहीं जोड़ पाए हों. ये बहुत ही चिंताजनक है. ओपनिंग जोड़ी को कटक वनडे में अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाना होगा.

गेंदबाजों को करनी होगी धारदार गेंदबाजी
पहले वनडे में भारतीय गेंदबाज लय में नजर नहीं आए. उमेश यादव का प्रदर्शन तो बहुत ही निराशाजनक रहा था. उमेश ने 7 ओवर में 9 के इकोमोनी रेट से 63 रन दिए. जसप्रीत बुमराह ने 10 ओवर में 79 रन खर्च कर दिए. भारतीय गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इंग्लैंड के अंतिम 8 ओवर में 105 रन ठोक दिए. यानी कुल 48 गेंदों ने भारतीय गेंदबाजों ने 108 रन दिए.

मिडिल ऑर्डर भी संभाले जिम्मेदारी
मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज पारी को संवार दें तो जीत सुनिश्चित हो जाती हैं. भारत की  चिंता यह है कि तीन वर्ष बाद वनडे टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह दबाव में खरे नहीं उतरे. युवराज ने 12 गेंदों में 15 रन बनाए. मैच फिनिशर के नाम से मशहूर  महेंद्र सिंह धोनी भी टीम का साथ नहीं दे पाए.

इंग्लैंड का इस मैदान पर बेहतर रिकॉर्ड
वैसे भारत और इंग्लैंड के बीच इस मैदान पर अभी तक 4 वनडे हुए हैं जिनमें से दोनों टीमों ने 2-2 मैच जीते हैं. पिछला मैच 26 नवंबर 2008 को हुआ था जिसे भारत ने 6  विकेट से जीता था. वैसे इंग्लैंड इस मैदान पर कुल 5 मैच खेलकर 3 मैचों में जीत दर्ज कर चुका है.

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