जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की ओर से गंगा में बाढ़ को देखते हुए नाैका संचालन पर लगाई रोक

 जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की ओर से गंगा में बाढ़ को देखते हुए नाैका संचालन पर बुधवार को रोक लगा दी गई है। जिलाधिकारी के अनुसार यह आदेश आगामी 15 सितम्बर तक प्रभावी रहेगा। आदेश तत्‍काल प्रभाव से प्रभावी हो गया है। वहीं इस आदेश के जारी होने के बाद नौका संचालकों ने नावों को घाट के किनारे बांधना शुरू कर दिया है।

लगातार हो रही बरसात और पहाड़ों पर बारिश जारी होने से पानी का बहाव अब मैदानी क्षेत्रों की ओर होने से गंगा नदी में उफान की स्थिति होने लगी है। बाढ़ की स्थिति होने और तेज बहाव की वजह से सैलानियों संग किसी हादसे की आशंका में प्रतिवर्ष गंगा में नौका संचालन जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ के दौरान बंद कर दिया जाता है। इसी कड़ी में लगातार जलस्‍तर में बढ़ाव की वजह से बुधवार को गंगा नदी में नौका संचालन बंद कर दिया गया।

इससे पूर्व मंगलवार को वाराणासी में लगातार मां गंगा के जलस्तर में तेजी दर्ज की गई और शीतला मंदिर के द्वार तक जलस्तर पहुंच गया। इसके बाद दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की दैनिक आरती का स्थान एकबार फिर परिवर्तित कर सातवीं बार स्‍थान बदला गया। वहीं दूसरी ओर कई घाटों का आपस में संपर्क टूटने से एक से दूसरे घाट पर आना जाना नहीं हो पा रहा है। गंगा में उफान शुरू होने के बाद से अब तटवर्ती इलाकों में चिंता शुरू हो गई है। वहीं बीते वर्षों में कई कालोनियों में पानी भरने की समस्‍या सामने आने के बाद अब उन कालोनीवासियों में बेचैनी शुरू हो गई है। दूसरी ओर वरुणा नदी में भी पलट प्रवाह की वजह से पानी बढ़ने लगा है। जिसकी वजह से तटवर्ती इलाकों में रहने वालों में चिंता बढ़ गई है। वहीं प्रभावित होने वाले इलाकों में लोग अपने लिए सुरक्षित पनाह भी खोजने में जुट गए हैं।

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