जानिए बीजेपी की जीत की खुशी में लाखो लैपटॉप बांटने का दावा करने वाला शख्स हुआ गिरफ्तार…

23 मई 2019. लोकसभा चुनाव के परिणाम आए. भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला. और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोबारा प्रधानमंत्री बनना तय हो गया. ठीक 2 दिन बाद यानी 25 मई को मुझे व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला. लिखा था,

 

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ये पहली नजर में ही फर्जी लग रहा था. मैसेज भेजने वाले को मैंने बता दिया. लेकिन 2 दिन में 15 लाख लोग इस लिंक पर जाकर लैपटॉप के लिए आवेदन कर चुके थे. मैसेज दिल्ली पुलिस तक पहुंची. स्पेशल टीम ने वेबसाइट की खोज खबर ली. कि भइया कौन मोदी के दोबारा सत्ता में आने की खुशी में मुफ्त लैपटॉप बांट रहा है. तो पता चला वेबसाइट राजस्थान के नागौर जिले से चल रही है.

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बता दें की पुलिस ने नागौर से राकेश जांगिड़ को गिरफ्तार किया. राकेश आईआईटियन है. कानपुर आईआईटी से इसी साल पोस्ट ग्रेजुएट की है. 23 मई को चुनाव परिणाम आते ही राकेश ने एक वेबसाइट बनाई. और उसी के जरिए मुफ्त में लैपटॉप और सोलर पैनल बांटने के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया.

उसने वेबसाइट पर जानकारी दी कि आवेदन करने की अंतिम तिथि 05 जून 2019 है, तो जल्दी करें. इस मैसेज को अपने सभी दोस्तों को भी भेजें. ताकि इस योजना का लाभ सभी को मिल सके. उसने यूजर्स को solor-panel.sarkaari-yojana.in और modi-laptop.sarkaari-yojana.in यूआरएल पर आवेदन करने को कहा. और 15 लाख लोगों ने कर भी दिया.

 

दरअसल पैसा कमाना. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2 दिन में 15 लाख लोगों ने इन योजनाओं के लिए आवेदन भी कर दिया था. क्योंकि वेबसाइट पर जितना ज्यादा ट्रैफिक होगा, उतना ही रेवेन्यू बढ़ेगा. साथ ही लोगों से इकट्ठा की गई उनकी निजी जानकारी को भी बेचकर पैसा कमाया जाता है. राकेश जांगिड़ ने ये काम अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ाकर ज्यादा रेवेन्यू कमाने के लिए अपने चचेरे भाई के साथ किया.

उसके पास से कंप्यूटर और जरूरी दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं. तो भइया इनका हो गया है काम तमाम. आईआईटी से पढ़ लिख कर कुछ अच्छा काम करते तो गांव-देश का नाम ऊंचा होता. अब जेल जाएं और वहां कैदियों को ट्यूशन पढ़ाएं.

 

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