गांधी के पोते को सोनिया-राहुल ने नहीं किया याद, मोदी ने की बात

नई दिल्ली। केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते कनु गांधी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात कराई। कनुभाई पीएम से बातचीत के बाद मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उनकी सेहत को लेकर आज तक संपर्क नहीं किया।
गांधी के पोते
कनुभाई और मोदी के बीच काफी देर तक बात हुई। कनुभार्इ दिल्ली के एक वृद्धाश्रम में अपनी प‍त्नी के साथ रहते हैं। यहां उनका पूरा ख्याल रखा जाता है। लेकिन मोदी के बातचीत करने के बाद कनुभाई के आंसू निकल आए। दोनों के बीच फोन पर काफी देर तक गुजराती मेंं बातचीत हुई।  मोदी ने कनुभाई और उनकी पत्नी का हालचाल पूछा।
इससे पहले, मीडिया से बातचीत में कनुभाई ने कहा, बापू मुझसे हमेशा चाहते थे कि मैं लोगों की सेवा करूं। लोगों का दर्द ले लूं और खुशियां फैलाऊं। बापू की भक्ति हमेशा मेरे दिल में रहती है, हर वक्त चलती रहती है। उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है मैं उनकी दया पर जी रहा हूं, शायद ये उन्हें पसंद न हो। मेरे पास बापू की बहुत सी यादें हैं। मैं बापू के सिरहाने बैठा करता था, वे मेरे सिर पर हाथ रखकर मुस्कुरा देते थे।’
अपनी हालत पर कनुभाई ने कहा, मै किसी से पैसे नहीं मांग रहा हूं। मेरेे हाथ में कटोरा नहीं है। मैं सिर्फ प्रार्थना करना चाहता हूं। 87 साल के कनुभाई अपनी पत्नी शिवलक्ष्मी (85) के साथ लंबे समय तक हैम्पटन, वर्जीनिया में रहे हैं। कनु वहां नासा के लेंजली रिसर्च सेंटर में काम करते थे। उन्हाेंने यूएस के डिफेंस डिपार्टमेंट में भी काम किया है। कनु की पत्नी बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी हैं। वे बोस्टन में पढ़ाती थीं। उसके बाद उन्होंने बोस्टन बायोमेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में रिसर्च करने के लिए जॉब छोड़ दी थी। अपने पुराने दिनों को याद कर कनुभाई रो पड़ते हैं।

गांधी के पोते कनु

महात्मा गांधी के तीसरे बेटे रामदास के तीन बच्चों में से एक हैं कनु। वे गांधी की हत्या के वक्त 17 साल के थे। यूएस में 40 साल से ज्यादा का वक्त गुजारने के बाद 87 साल के कनु अपनी पत्नी के साथ भारत लौटे। उनके बच्चे नहीं हैं। दिल्ली आने से पहले वे दोनों गुजरात के भी कई आश्रमों और ओल्ड एज होम में रहे हैं। गुजरात के कस्तूरबा सेवाश्रम में सेवक ने उनके साथ डेढ़ लाख रुपए की ठगी भी की थी।
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