…तो क्या ब्लैक मनी से गोवा में चुनाव लड़ेंगे केजरीवाल
पणजी। अाम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गोवा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू कर दिया है।
उन्होंने यहां अपने पहले भाषण में यह कहकर लोगों को आश्चर्य में डाल दिया कि उनकी पार्टी के पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं।
ऐसे में पार्टी के संयोजक के खिलाफ यह बाते उठने लगी है कि क्या अरविंद केजरीवाल ब्लैक मनी के सहारे गोवा में आप की सरकार बनाने का ख्वाब देख रहे हैं।
उन्होंने दक्षिण गोवा में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के समूह को संबोधित करते हुए कहा कि आप को यह देखने में असामान्य लग सकता है, लेकिन यह सच है।
मैं आपको अपना बैंक खाता दिखा सकता हूं। पार्टी के पास भी धन नहीं है।
उन्होंने इस संबंध में अपने ट्वीट अकाउंट पर ट्वीट भी किया।
जहां उन्होंने लोगों की तीखी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा। लोगों ने उन्होंने दिल्ली में विज्ञापन पर पैसे न बहाने की सलाह दी।
साथ ही कुछ लोगों ने ब्लैक मनी से पंजाब और गोवा में चुनाव लड़ने के ख्वाब जैसे ट्वीट भी किये।
हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि जब हम दिल्ली में चुनाव लड़े थे तो लोगों के पैसे (चंदे से) ने चुनाव लड़ा था।
इस बात का इशारा यह था कि लोगों ने चुनाव लड़ने के लिए उनकी पार्टी को फंड दिया था।
उन्होंने कहा कि राज्य में आम आदमी पार्टी चुनी जाती है तो इसमें आलाकमान की संस्कृति नहीं होगी। गोवा में यहां के लोगों की सरकार होगी।
केजरीवाल ने कहा कि घोषणापत्र की रूपरेखा भी गोवावासी ही तय कर रहे हैं। घोषणा पत्र में मैं अपना हुक्म नहीं चलाऊंगा, गोवा के लोग इसका निर्णय करेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि गोवा की यात्राएं ‘केवल मुद्दों को समझने के लिए है।
केजरीवाल ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने गोवा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि गोवा में मादक पदार्थों की बिक्री पर अगर राज्य सरकार चाहे तो एक घंटे में रोक लग सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मादक पदार्थ विक्रेताओं, पुलिसकर्मियों एवं राजनेताओं के बीच गठजोड़ के कारण इसका व्यापार चल रहा हैै। उन्होंने दावा किया कि पुलिसकर्मियों के माध्यम से राजनेताओं तक रूपया पहुंचाया जा रहा है।