14000 करोड़ कालाधन रखने वाले कारोबारी महेश शाह को आयकर विभाग ने छोड़ा

कारोबारी महेश शाहअहमदाबाद। लगभग चौदह हजार करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा करने वाले गुजरात के रियल एस्टेट कारोबारी महेश शाह को आयकर विभाग ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। हालांकि वह पुलिस और आयकर अधिकारियों की निगरानी में ही रहेंगे। सुरक्षा कारणों से फिलहाल उनके रहने की जगह के बारे में नहीं बताया गया है।

खबरों के मुताबिक अहमदाबाद शनिवार रात से महेश शाह से की जा रही पूछताछ को अधिकारियों ने फिलहाल रोक दिया है। उन्‍हें सोमवार को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। महेश शाह को 13860 करोड़ की कुल रकम के डिस्क्लोजर पर कुल टैक्स की पहली किश्त 1560 करोड़ रुपये 30 नवंबर को भरनी थी। इसे वो नहीं भर पाया। इसके बाद आयकर विभाग ने 29 तारीख को ही इस डिस्क्लोजर को अमान्य कर दिया। अब उससे पूछा जा रहा है कि किन हालातों में और किसकी तरफ से उसने इतनी बड़ी रकम की घोषणा की।

कारोबारी महेश शाह ने कहा कि वे रियल एस्टेट के कारोबारी हैं, और  वे मानते हैं कि उन्होंने कुछ लोगों के कालेधन को सफेद करने की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन ये काम मजबूरी में किया। वह कमीशन के लिए कालेधन को सफेद करने के लिए तैयार हुए थे। उन्‍होंने ये भी कहा कि इस धंधे के बारे में उन्होंने परिवार को कभी नहीं बताया। किस मजबूरी में या किसके कहने पर उन्‍होंने ये काम शुरू किया ये वह आयकर विभाग को ही बताऐंगे।

उन्होंने कहा कि इन पैसों के बारे में आयकर विभाग के सामने सारे खुलासे करेंगे। वे जांच में सरकारी तंत्र का पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं पहले 1560 करोड़ की रकम सरकार को देने को तैयार था, पर रुक गया। परिवार की सुरक्षा की गारंटी चाहिए। जो 13860 करोड़ रुपए की बात हो रही है वो मेरे नहीं है दूसरी पार्टी के हैं। मैं डर गया था, इसीलिए सीधे इनकम टैक्स विभाग के पास नहीं गया।

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