कद्दू केे सेवन से दूर होता है अवसाद, मिलती है निरोगी काया
अक्सर ऐसा होता है कि जो चीज हमारे घर में होती है हम उसके बारे में न तो जानने की कोशिश करते हैं और न ही उसका इस्तेमाल करना उचित समझते हैं। मानव स्वाभाव ऐसा है कि जो चीज उसके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है वह उससे दूर भागता है। आज हम बात कर रहे हैं कद्दू की सब्जी जिसे सीता फल भी कहते हैं। यह एक ऐसा फल या सब्जी है जो भारत खास तौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिक मात्रा में पाया जाता है। यहां चर्चा करेंगे कद्दू के सेवन से होने वाले लाभ के बारे में।
सोचिए हमारे पूर्वज विज्ञान के कितना करीब थे जिन्होंंने हर धार्मिक अनुष्ठान में ईश्वर भोज में कद्दू की सब्जी को सबसे पवित्र माना है। आज भी धार्मिक त्योहारों और पूजा पाठ के समय कद्दू की सब्जी जरूर बनती है। यह सब यूं ही नहीं बल्कि कद्दू के गुणों के कारण है। आइए जानते हैं इसके दुर्लभ गुणों और उसके लाभ के बारे में।
कद्दू में मुख्य रूप से बीटा केरोटीन पाया जाता है, जिससे विटामिन ए मिलता है। पीले और संतरी कद्दू में केरोटीन की मात्रा अपेक्षाकृत ज्यादा होती है। बीटा केरोटीन एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शरीर में फ्री रैडिकल से निपटने में मदद करता है। कद्दू ठंडक पहुंचाने वाला होता है। इसे डंठल की ओर से काटकर तलवों पर रगड़ने से शरीर की गर्मी खत्म होती है। कद्दू लंबे समय के बुखार में भी असरकारी होता है। इससे बदन की हरारत या उसका आभास दूर होता है।
कद्दू का रस भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह मूत्रवर्धक होता है और पेट संबंधी गड़बड़ियों में भी लाभकारी रहताहै। यह खून में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में सहायक होता है और अग्नयाशय को भी सक्रिय करता है। इसी वजह से चिकित्सक मधुमेह के रोगियों को कद्दू के सेवन की सलाह देते हैं।
कद्दू के बीज भी बहुत गुणकारी होते हैं। कद्दू व इसके बीज विटामिन सी और ई, आयरन, कैलशियम मैग्नीशियम, फॉसफोरस, पोटैशियम, जिंक, प्रोटीन और फाइबर आदि के भी अच्छे स्रोत होते हैं। यह बलवर्धक, रक्त एवं पेट साफ करता है, पित्त व वायु विकार दूर करता है और मस्तिष्क के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। प्रयोगों में पाया गया है कि कद्दू के छिलके में भी एंटीबैक्टीरिया तत्व होता है जो संक्रमण फैलाने वाले जीवाणुओं से रक्षा करता है। शायद इन्हीं खूबियों की वजह से कद्दू को प्राचीन काल से ही गुणों की खान माना जाता रहा है।
कद्दू के सेवन के लाभ
एंटीऑक्सीडेंट से भरा-कद्दू में मुख्य रूप से बीटा केरोटीन पाया जाता है, जिससे विटामिन ए मिलता है। पीले और संतरी कद्दू में केरोटीन की मात्रा अपेक्षाकृत ज्यादा होती है। बीटा केरोटीन एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शरीर में फ्री रैडिकल से निपटने में मदद करता है।
ठंडक पहुंचाए-कद्दू ठंडक पहुंचाने वाला होता है। इसे डंठल की ओर से काटकर तलवों पर रगड़ने से शरीर की गर्मी खत्म होती है। कद्दू लंबे समय के बुखार में भी असरकारी होता है। इससे बदन की हरारत या उसका आभास दूर होता है।
मन को शांति पहुंचाए-कद्दू में कुछ ऐसे मिनरल्स होते हैं जो दिमाग की नसों को आराम पहुंचाते हैं। अगर आपको रिलैक्स होना है तो आप कद्दू खा सकते हैं।
हृदयरोगियों के लिये-आहार विशेषज्ञों का कहना है कि कद्दू हृदयरोगियों के लिए अत्यंत लाभदायक है। यह कोलेस्ट्राल कम करता है, ठंडक पहुंचाने वाला और मूत्रवर्धक होता है।
मधुमेह रोगियों के लिये-कद्दू रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है और अग्न्याशय को सक्रिय करता है। इसी कारण चिकित्सक मधुमेह रोगियों को कद्दू खाने की सलाह देते हैं। इसका रस भी स्वास्थ्यवर्धक माना गया है।
आयरन से भरपूर्ण-कई महिलाओं में आयरन की कमी हो जाती है जिससे उन्हें एनीमिया हो जाता है। तो ऐसे में कद्दू सस्ता भी पड़ता है और पौष्टिक भी होता है। कद्दू के बीज भी आयरन, जिंक, पोटेशियम और मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं।
फाइबर-इसमे खूब रेशा यानी की फाइबर होता है जिससे पेट हमेशा साफ रहता है।