अब जो यात्री ट्रेन के रवाना होने से 90 मिनट पहले नहीं पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री….

कोरोनाकाल में रेल यात्रा के लिए निर्धारित किए गए नियमों का ज्यादातर यात्री पालन नहीं कर रहे हैं। यात्रियों की यह मनमानी रेलवे के लिए परेशानी का सबब बन गई है। ऐसे में रेल अधिकारियों ने निर्धारित समय पर स्टेशन न पहुंचने वाले यात्रियों को वापस लौटाने का फैसला किया है। इसके तहत सभी रेल कर्मचारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अब जो यात्री ट्रेन के रवाना होने से 90 मिनट पहले रेलवे स्टेशन नहीं पहुंचेंगे, उन्हें सफर नहीं करने दिया जाएगा।

नई व्यवस्था के तहत यात्रियों को ट्रेन के रवाना होने से डेढ़ घंटा पहले हर हाल में स्टेशन पहुंचना है। इसके बाद वहां यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी और स्वस्थ पाए जाने पर ही सफर की इजाजत मिलेगी। यात्रा के दौरान चेहरे पर मास्क लगाना भी अनिवार्य है। शुरुआती दौर में तो यात्रियों ने इन नियमों का पालन किया, लेकिन अब अधिकतर यात्री निर्धारित समय पर स्टेशन नहीं पहुंच रहे। 

कई यात्री तो ट्रेन की रवानगी से महज 10 मिनट पहले स्टेशन पहुंच रहे हैं। इसके बाद वह मजबूरी का हवाला देकर रेलवे कमर्चारियों से अंदर जाने की जिद करते हैं। इससे रेलवे कर्मचारियों को स्क्रीनिंग समेत अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में दिक्कत पेश आ रही है। बगैर स्क्रीनिंग यात्रियों के ट्रेन में जाने से कोरोना संक्रमण का खतरा भी है। इसी को देखते हुए रेल अधिकारियों को सख्ती का मन बनाना पड़ा।

देहरादून रेलवे स्टेशन के मुख्य वाणिज्य निरीक्षक एसके अग्रवाल ने बताया कि यात्रियों के इस रवैये से कर्मचारियों को ड्यूटी निभाने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को सख्ती बरतने के निर्देश दे दिए हैं। अब अगर कोई यात्री निर्धारित समय के बाद आएगा तो उसे स्टेशन से वापस कर दिया जाएगा।

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