लो इंसान ने कर लिया अंतरिक्ष में भी रहने का इंतज़ाम

अंतरिक्ष केंद्रवाशिंगटन। गहन अंतरिक्ष अन्वेषणों के लिए निर्मित प्रथम एक्सपेंडेबल हैबिटेट को तैनात करने की प्रथम कोशिश विफल होने के बाद नासा ने शनिवार को दूसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली है। नासा ने अंतरिक्ष केंद्र के साथ पहला प्रायोगिक इनफ्लेटेबल कक्ष जोड़ दिया है। नासा के अंतरिक्ष यात्री जेफ विलियम्स ने शनिवार को बिगेलो एक्सपेंडेबल एक्टिविटी मॉड्यूल (बीईएएम) में हवा भरना शुरू कर दिया, लेकिन उन्होंने अंतरिक्ष यान में केवल कुछ समय तक ही हवा भरी थी। हवा भरने का समय 22 सेकंड के बीच रहा।

अंतरिक्ष केंद्र में एक्सपेंडेबल हैबिटेट कक्ष

अपने प्रारंभिक परीक्षण के तहत गुरुवार को आंतरिक दबाव के साथ मॉड्यूल की लंबाई और व्यास न बढ़ पाने के कारण पहला प्रयास असफल हो गया था। इसके बाद नासा ने यह अभियान स्थगित कर दिया और इंजीनियरों ने माड्यूल से हवा निकाल दी थी।

नासा की इस उपलब्धि पर लास वेगास की अंतरिक्ष कंपनी ने कहा, “इस प्रक्रिया में एक संभावित कदम का स्वागत है।”

उड़ान नियंत्रकों ने पुष्टि कर दी है कि यह मॉड्यूल लंबाई और चौड़ाई दोनों में ही खुल रहा है। बिगेलो को पिछले माह विस्तारित हैबिटेट प्रौद्योगिकी के परीक्षण के लिए कक्षा में मौजूद प्रयोगशाला में स्थापित किया गया था।

इस एक्सपेंडेबल हैबिटेट को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह किसी रॉकेट पर कम जगह ले और अंतरिक्ष में इसका विस्तार कर दिए जाने के बाद यह अंतरिक्ष में रहने और काम करने के लिए अधिक जगह मुहैया कराए।

इस नए एक्सपेंडेबल हैबिटेट के पहले परीक्षण में अनुसंधानकर्ता एक्सपेंडेबल स्पेस हैबिटेड की व्यवहार्यता जांचने के साथ ही सौर ऊर्जा, अंतरिक्ष मलबा और अंतरिक्ष के तापमान की चरम सीमाओं पर मॉड्यूल के सुरक्षित रहने की क्षमता की जांच करेंगे।

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