बिहार में ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे सीएम योगी, कैमूर से होगी शुरुआत…
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार चरम पर पहुंचता दिख रहा है। की चुनावी रैली के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर को बिहार आ रहे हैं, लेकिन इसके पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली शुरू होने जा रही है। योगी आदित्यनाथ बिहार में पहले चरण में मतदान के लिए दो दिनों में छह रैलियां करेंगे। उनकी रैलियों की शुरुआत मंगलवार 20 अक्टूबर को बिहार के कैमूर से होगी। मंगलवार को ही वे अरवल और रोहतास में भी जनता से रूबरू होंगे। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ बिहार में ताबड़तोड़ 18 रैलियां करेंगे। पहले चरण के लिए 20 व 21 अक्टूबर को उनकी छह रैलियों के कार्यक्रम तय हो चुके हैं।
दो दिनों में छह रैलियां करेंगे यूपी के मुख्यमंत्री
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दों दिनों में छह रैलियां करेंगे। बिहार में उनकी पहली रैली मंगलवार 20 अक्टूबर को है। मंगगवार को वे रामगढ़ (कैमूर), अरवल और काराकाट (रोहतास) में तीन रैलियां करेंगे। कैमूर की पहली रैली 20 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से है। दूसरी रैली अरवल में अपराह्न दो बजे से तो तीसरी रैली रोहतास के विक्रमगंज में अपराह्न 3.15 बजे से होनी है। बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिन लगातार बिहार दौरे पर रहेंगे। अगले दिन बुधवार को वे करारी, पालीगंज और जमुई के लोगों को बताएंगे कि एनडीए प्रत्याशियों को क्यों वोट देना है। बीजेपी नेताओं के अनुसार पहले चरण के लिए योगी आदित्यनाथ की छह रैलियां ही होनी हैं। बाद में वे दूसरे च तीसरे चरण के प्रत्याशियों के प्रचार के लिए आएंगे। योगी आदित्यनाथ की छह सभाओं में खास यह भी है कि वे दो उन विधानसभा क्षेत्रों में भी जा रहे, जहां एनडीए की ओर से जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी हैं।
बीजेपी के स्टार प्रचारक है योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक हैं। बिहार में उनके चाहने वालों की बड़ी संख्या को देखते हुए यहां उनकी बढ़ती मांग को देखते हुए उन्हें चुनाव प्रचार में उतारा है। वे बिहार चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शामिल पार्टी के एकमात्र मुख्यमंत्री हैं।
सीमावर्ती बिहार में है बड़ा प्रभाव, जानिए वजह
बीजेपी नेता मानते हैं कि कोरोना काल में दिल्ली-यूपी सीमा पर फंसे करीब 30 लाख प्रवासी कामगारों को योगी आदित्यनाथ ने ही सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया था, जिनमें बिहार के लोग भी बड़ी संख्या में थे। यूपी के देवरिया से लेकर कुशीनगर तक सीमा पार बिहार के सिवान, छपरा, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण जैसे जिले गोरखपुर से कई मामलों में जुड़े हुए हैं। सीमावर्ती बिहार के छात्र गोरखपुर में पढ़ाई करते हैं तो वहां के लोगों के लिए इलाज और कारोबार का भी बड़ा केंद्र गोरखपुर ही है। गोरक्षा पीठ से भी लोगों का आध्यात्मिक जुड़ाव रहा है। इन कारणों से योगी आदित्यनाथ का बिहार के खास इलाकों में बड़ा प्रभाव है। अपनी प्रखर हिंदुत्ववादी छवि की वजह से तो उन्हें अन्य जिलों में भी पसंद किया जाता है। योगी आदित्यनाथ के प्रभाव को बीजेपी वोटों में तब्दील कराना चाहती है।
बिहार में 18 रैलियां होने की चर्चा
योगी आदित्यनाथ के बिहार में 20 और 21 अक्टूबर के दो दिवसीय दौरे में कुल छह रैलियां होनी तय हो चुकी हैं। योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार के अनुसार बिहार में उनकी 18 रैलियां हो सकती हैं।