Purvanchal Expressway: पीएम मोदी देगें यूपी को बड़ी सौगात, जाने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की खूबियां
आज यूपी को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की बड़ी सौगात देंगे पीएम नरेंद्र मोदी। इस एक्सप्रेसवे के होने से दिल्ली-यूपी की दूरी अब कुछ घंटों में तय हो सकेगी और यूपी के किसी भी कोने में इस एक्सप्रेसवे के द्वारा हर कोने तक पहुंचा जा सकेगा। यह एक्सप्रेसवे राजधानी लखनऊ से होते हुए बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा। इसकी लंबाई 341 किमी है और यह दिल्ली से यूपी के पूर्वी कोने तक बस 10 घंटे के अंदर पहुंच सकते है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की सौगात देने के लिए पीएम मोदी वायुसेना के विमान हरक्यूलिस से एक्सप्रेसवे पर लैंड करेंगे और एक्सप्रेसवे पर 01 घंटे 45 मिनट तक रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, इंडियन एयरफोर्स के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट C-130 j सुपर हरक्यूलिस से पीएम वहां लैंड करेंगे और एक्सप्रेस हाइवे का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान अपाचे हेलिकॉप्टर के जरिए आसमान से पुष्पवर्षा की जाएगी।
45 मिनट का एयरशो भी होगा-
लोगों के बीच तेज गर्जना करता 130 जे हरक्यूलिस विमान आकर्षण का केंद्र होगा तो 45 मिनट तक एअर शो में सुखोई और मिराज विमान कलाबाजियां दिखाएंगे। इमर्जेंसी एयर स्ट्रिप पर फिर फाइटर जेट के मिराज-2000 लैंड करेगा। ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट C-130 j विमान से इंडियन एयरफोर्स के गरुड कमांडो और स्पेशल फोर्स के कमांडोज की इंसरशन ड्रिल (वहां ड्रॉप करना) भी दिखाई जाएगी। फाइटर एयरक्राफ्ट सुखोई, जगुआर और मिराज फ्लाईपास्ट करेंगे साथ ही सूर्य किरण एरोबैटिक टीम भी आसमान में अपना कमाल दिखाएगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की खासियत-
- युद्ध की स्थिति या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में यहां वायुसेना के विमानों की इमर्जेंसी लैंडिंग के लिए नैशनल हाइवे और स्टेट हाइवे पर एयर स्ट्रिप होगी।
- उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, 340.8 किमी लंबी 6 लेन का यह है।
- एक्सप्रेसवे का निकासी पॉइंट गाजीपुर का हैदरिया गांव है जो कि बिहार सीमा से 18 किमी दूर है जबकि एंट्री पॉइंट लखनऊ- सुल्तानपुर रोड पर चांदसराय गांव है।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की लागत 22,494 करोड़ रुपये है जिसमें अधिग्रहित भूमि की कीमत भी शामिल है।
- यह एक्सप्रेसवे यूपी के 9 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकर नगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से निकलेगा।
- छह लेन का यह एक्सप्रेसवे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
- 300 किमी की यात्रा केवल साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी।
- 8 स्थानों पर फ्यूल पंप और 4 स्थानों पर सीएनजी स्टेशन होगें।
- 8 प्रसाधन ब्लॉक और 8 जनसुविधा परिसर होगें।
- हर 500 मीटर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट का प्रावधान भी होगा।
- 4.5 लाख पौधों का रोपण करा जाएगा।