अपंग कुत्तों के लिए बनाया गया शेल्टर होम, इतने कुत्तों का बन चुका है आशियाना

अमेजन प्राइम की वेबसीरीज पाताल लोक में एक कुत्ते से संबंधित एक डायलॉग है जिसकी सच्चाई हम अपने जीवन में जरूर महसूस कर सकते है। जानवरों को प्यार देने से वो इंसानों से ज्यादा वफादार साबित होते है। कुत्ता भी एक ऐसा जानवर है जो वफादार जानवरों की लिस्ट में शामिल है। लेकिन क्या आप सोच सकते है कि कोई शख्स इतने सारे कुत्तों को पाल सकता है, इतने कुत्तों के लिए आशियाना बनवा सकता है। यह सुनकर हैरान जरूर हुए होगे आप लोग, लेकिन आपको बता दे कि थाइलैंड के एक शख्स ने एक हजार से ज्यादा कुत्तों को पाला है और उनके लिए शेल्टर होम यानी आशियाना बनवाया है। उन्होंने सड़क में घूम रहे आवारा कुत्तों की जान ही नहीं बचाई बल्कि ऐसे कुत्तों के लिए घर ही बनवा दिया। सबसे खास बात इस शेल्टर होम की यह भी है कि यहां पर अपंग कुत्ते भी रहते है। इनकी मद्द से आज अपंग कुत्ते भी चल पा रहे है। 

थाइलैंड के चॉनबुरी (Chonburi, Thailand) में, ‘द मैन दैट रेस्क्यू डॉग’ (The Man That Rescue Dog) नाम का एक शेल्टर है जो सड़क में घूमते हुए कुत्तों को रहने के लिए घर देता है। इस एनिमल शेल्टर होम की शुरुआत की है स्वीडन के रहने वाले माइकल जे बेन्स (Michael J. Baines) ने जो साल 2002 में अपने देश से थाइलैंड एक रेस्टोरेंट खोलने के लिए शिफ्ट हुए थे। जब वो थाइलैंड के शहर आए तो उन्होंने ध्यान दिया कि वहां कई सड़की कुत्ते घूम रहे हैं जो इधर-उधर पड़ी हुई चीजों पर पल रहे हैं। साल 2011 में उन्हें एक स्ट्रे डॉग से काफी लगाव हो गया। वो कुत्ता रोज उनके रेस्टोरेंट में खाना मांगने आया करता था।

तब माइकल ने सोचा कि वो उस कुत्ते के साथ शहर के और भी कुत्तों की देखभाल करेंगे और उन्हें रहने के लिए घर देंगे। साल 2017 तक वो करीब 100 कुत्तों को खाना खिलाने लगे और तब उन्होंने अपना शेल्टर होम शुरू किया। अपने शेल्टर होम में उन्होंने कुत्तों की देखभाल के लिए कुछ लोगों को नियुक्त किया जो सड़की कुत्तों को पकड़कर यहां ले आते हैं। आपको जैसा बताया कि इस शेल्टर होम की खासियत यह है कि यहां कई अपंग कुत्ते भी रहते हैं। कुछ के पिछले पैर में समस्या है जिसके कारण वो चल नहीं सकते। ऐसे में माइकल और उनकी टीम ने कुत्तों के पिछले भाग में एक टायर वाली गाड़ी फिट कर दी है जिससे उन्हें आसानी से चलने में मदद मिलती है। माइकल और उनकी टीम की मद्द से आज अपंग कुत्ते चलने लायक हो गए।

साल 2019 में उनकी टीम ने 2 जानवरों के डॉक्टरों को भी नियुक्त किया और सड़क हादसों में घायल हो चुके कुत्तों के साथ-साथ अन्य कुत्तों के स्वास्थ्य के लिए मुहिम चलाई। इस शेल्टर होम को थाइलैंड और दूसरे देशों के लोग डोनेशन भेजते हैं जिससे ये कुत्ता का ध्यान रख पाते हैं। बोर्ड पांडा वेबसाइट के बात करते हुए माइकल ने कहा कि वो इन जानवरों को दूसरी जिंदगी दे रहे हैं जिससे वो बिना किसी पर निर्भर हुए अपनी जिंदगी खुद से जी सकें। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस शेल्टर होम में फिलहाल 27 अपंग कुत्ते हैं जिनकी देखभाल की जाती है।

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