
उत्तर प्रदेश में ठंड का सितम तेज हो गया है, जहां गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ सहित अवध और तराई के कई जिलों में घने कोहरे की चादर बिछ गई। दृश्यता शून्य के करीब पहुंचने से यात्रियों को भारी परेशानी हुई, जबकि न्यूनतम तापमान 9-10 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया।
मौसम विभाग ने तराई क्षेत्र के पांच जिलों—कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और बहराइच—में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां दृश्यता 50 मीटर से भी कम रहने की चेतावनी दी गई। वहीं, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, गोंडा, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी और सीतापुर में येलो अलर्ट है। बुधवार को कुशीनगर में दृश्यता शून्य दर्ज की गई, जबकि बहराइच में यह मात्र 25 मीटर रही।
प्रदेशभर में सुबह-शाम घना कोहरा लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है, खासकर तराई इलाकों में जहां सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहा है। लखनऊ में सुबह के समय दृश्यता 2 किलोमीटर तक सीमित रही, जबकि तापमान अधिकतम 25 डिग्री और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। पश्चिमी और मध्य यूपी के जिलों में भी तापमान 8-10 डिग्री तक गिरने की आशंका है, जिससे ठंड की लहर और तेज हो गई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले 48 घंटों में तापमान में एक डिग्री की मामूली गिरावट हो सकती है, लेकिन तीन दिन बाद राहत मिलने के संकेत हैं।
पश्चिमी विक्षोभ से मौसम में बदलाव
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 12 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा, जिसके प्रभाव से प्रदेश में तीन-चार दिनों तक पूर्वी हवाएं चलेंगी। इससे कहीं-कहीं छिटपुट बादल छाए रह सकते हैं, और दिन-रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी।
हालांकि, कोहरे की स्थिति अभी बनी रहेगी, खासकर पूर्वी यूपी और तराई क्षेत्र में। वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि यात्री धीमी गति से वाहन चलाएं, फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें और संवेदनशील समूहों जैसे बुजुर्गों व बच्चों को ठंड से बचाएं। अगले दो-तीन दिनों में पंजाब, हरियाणा, पूर्वी यूपी और उत्तराखंड में भी घना कोहरा देखने को मिल सकता है।




