पाकिस्तान हुआ बेनकाब, पाक नेता भारत के दुश्मन से टकरा रहे जाम, यह गुस्ताखी पीएम मोदी को बर्दास्त नहीं

पाक इस्लामाबाद। आतंकवाद को लेकर पाक हमेशा से दोगली बाते करता आया है। एक ओर वह पाक-साफ होने की बात करता है और कहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए भारत का साथ देना चाहता है। दरअसल पाक गृह मंत्री आतंकी संगठनों के नेताओं से मुलाकात करते हुए देखे गए हैं।

पाकिस्तान के गृह मंत्री निसार अली खान ने दो प्रतिबंधित आतंकी समूहों के प्रमुख से मुलाकात की जिसमें से एक को अमेरिका ने खूंखार आतंकी घोषित किया हुआ है। मुलाकात की वजह यह बताई जा रही है कि उन्हेंर आशंका थी कि ये संगठन अगले हफ्ते होने वाले इमरान खान के विरोध मार्च में शामिल हो सकते हैं। जो भ्रष्टाचार के आरोपों पर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने धमकी दी है कि वह दो नवंबर को राजधानी इस्लामाबाद को बंद कर देंगे।  तालिबान के गॉडफादर माने जाने वाले मौलाना समी-उल-हक ने ऐलान किया था कि उनकी दिफ्श-ए-पाकिस्तान काउंसिल (डीसीसी) प्रदर्शन में शामिल होगी जिस वजह से सरकार में खलबली मच गई थी।

इस संगठन ने आरोप लगाया कि सरकार देश में मदरसों को निशाना बना रही है।  हक ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ कल निसार से मुलाकात की थी।  प्रतिनिधिमंडल में प्रतिबंधित अहल-ए-सुन्नत वल जमात (एएसडब्ल्यूजे) के मौलाना मोहम्मद अहमद लुधियानवी और प्रतिबंधित हरकत-उल-मुजाहिदीन (एचयूएम) के मौलाना फज़ल-उल-रहमान खलील सहित अन्य शामिल थे।

एचयूएम को प्रतिबंधित करने के बाद खलील ने अंसार-उल-उम्मा संगठन स्थापित किया था।  एसडब्ल्यूजे, प्रतिबंधित शिया विरोधी सिपाह-ए-सेहाबा पाकिस्तान (एसएसपी) का उत्ताधिकारी है लेकिन कुछ साल पहले इसे भी प्रतिबंधित कर दिया गया था।

प्रतिनिधिमंडल के नेता सरकार द्वारा उन लोगों के राष्ट्रीय पहचान पत्र रद्द करने के ऐलान से गुस्सा थे जो चौथी सूची में शामिल हैं। इसका मतलब यह हुआ कि उनके लिए देश में कोई कारोबार करना या पासपोर्ट बनवाना अंसभव है।

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