
ओडिशा के कंधमाल जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने शीर्ष माओवादी कमांडर गणेश उइके समेत कम से कम छह नक्सलियों को मार गिराया।

ओडिशा के कंधमाल जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने शीर्ष माओवादी कमांडर गणेश उइके समेत कम से कम छह नक्सलियों को मार गिराया। पहली मुठभेड़ बुधवार रात को बेलघर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गुम्मा जंगल में हुई, जिसमें दो माओवादी मारे गए। दूसरी मुठभेड़ गुरुवार सुबह चाकापद पुलिस थाना क्षेत्र के एक जंगल में हुई, जिसमें उइके समेत चार नक्सली मारे गए। पुलिस के मुताबिक, उइके सीपीआई (माओवादी) केंद्रीय समिति का सदस्य था और उस पर 11 लाख रुपये का इनाम था।
अधिकारियों ने बताया कि 69 वर्षीय उइके को पक्का हनुमंतु, राजेश तिवारी, चमरू और रूपा जैसे उपनामों से भी जाना जाता था। उन्होंने बताया कि वह तेलंगाना के नालगोंडा जिले के पुल्लेमाला गांव का निवासी था। उन्होंने आगे बताया कि मुठभेड़ स्थल से अधिकारियों ने दो INSAS राइफल और एक .303 राइफल सहित हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं।
ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) योगेश बहादुर खुराना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “इससे पहले बुधवार को दो माओवादी मारे गए और आज सुबह चार को निष्क्रिय कर दिया गया। केंद्रीय समिति के एक सदस्य का मारा जाना ओडिशा पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। इससे राज्य में माओवादियों की कमर टूट गई है।”
उन्होंने कहा, “कंधमाल-गंजम अंतर-जिला सीमा के विभिन्न स्थानों पर अभियान जारी हैं और हमें और अधिक सफलता की उम्मीद है। हाल के समय में ओडिशा में माओवादियों के खिलाफ यह सबसे बड़े अभियानों में से एक है। हम इस अभियान में शामिल सुरक्षाकर्मियों को धन्यवाद देते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा बल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अगले साल मार्च तक नक्सलवाद को खत्म करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।





