
देश में विशेष गहन संशोधन (SIR) को लेकर चल रहे विवाद के बीच राज्यसभा सचिवालय ने सोमवार को जारी बुलेटिन ने नया हंगामा खड़ा कर दिया है। बुलेटिन में सांसदों को अपने भाषणों के अंत में ‘थैंक्स’, ‘थैंक यू’, ‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे शब्दों या नारों का इस्तेमाल करने से परहेज करने की सलाह दी गई है।
राज्यसभा के सूत्रों के अनुसार, यह सलाह 2005 से चली आ रही है और संसद के दोनों सदनों की परंपरा के अनुरूप है, जो सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए नारेबाजी या स्लोगन से बचने का निर्देश देती है।
इस बुलेटिन में अन्य निर्देशों में शामिल हैं: यदि कोई सांसद मंत्री की आलोचना करता है, तो मंत्री के जवाब के दौरान आलोचना करने वाला सांसद सदन में मौजूद रहना होगा। साथ ही, सदन के वेल में आकर कोई वस्तु प्रदर्शित करने या ऐसी कोई गतिविधि करने से मना किया गया है, जो कार्यवाही में बाधा या सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाए।
ममता बनर्जी का तीखा हमला
इस फैसले पर सबसे तेज प्रतिक्रिया पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दी। मंगलवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। ममता ने कहा, “क्यों नहीं बोलेंगे? हम जय बांग्ला बोलते हैं, बांग्ला में। वंदे मातरम कहते हैं। यह हमारी आजादी का नारा है, राष्ट्रगीत है। जय हिंद नेताजी (सुभाष चंद्र बोस) का नारा है। जिस नारे को लेकर हमने लड़ा है। यह हमारे देश का नारा है। इससे जो टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा।”
ममता ने इसे स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक पर हमला बताते हुए कहा कि ऐसे नारों को दबाना लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। उन्होंने SIR विवाद से जोड़ते हुए केंद्र पर नागरिकता और धर्मनिरपेक्षता को खतरे में डालने का आरोप भी लगाया।
राज्यसभा का पक्ष
राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों ने स्पष्ट किया कि यह बुलेटिन नया नहीं है—यह 20 साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है, जो यूपीए शासनकाल से चली आ रही है। इसका उद्देश्य सदन की कार्यवाही को सुचारू रखना और अनावश्यक नारेबाजी से बचना है। विपक्षी नेताओं की नाराजगी के बावजूद, राज्यसभा ने कहा कि यह सलाह बाध्यकारी नहीं, बल्कि सदन की गरिमा के लिए है।
यह विवाद शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ठीक पहले उठा है, जब संसद में कई संवेदनशील मुद्दे जैसे SIR, बेरोजगारी और महंगाई पर बहस होने वाली है। ममता की प्रतिक्रिया ने इसे राजनीतिक रंग दे दिया है, और अब अन्य विपक्षी दल भी इस पर बोलने की तैयारी में हैं।





