दिल्ली रेड फोर्ट ब्लास्ट: यूपी ATS ने NIA को सौंपे शाहीन-परवेज के घर से बरामद हथियार-इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, 10+ डॉक्टरों से पूछताछ जारी

दिल्ली के रेड फोर्ट के पास 10 नवंबर 2025 को हुए कार बम विस्फोट के मामले में उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने एक अहम कदम उठाते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को महत्वपूर्ण सबूत सौंप दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, लखनऊ स्थित गिरफ्तार महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद (40 वर्ष) और उनके भाई डॉ. परवेज अंसारी के घरों से बरामद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, हथियार और अन्य संदिग्ध सामग्री को NIA के हवाले कर दिया गया है।

NIA ने अभी तक इस मामले में कोई अलग केस दर्ज नहीं किया है, लेकिन जांच में नया मोड़ आने की पूरी संभावना है। NIA ने केस का टेकओवर कर लिया है और अपनी स्पेशल टीम को घटनास्थल पर भेजने की तैयारी कर रही है।

NIA के 10 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT), ADG विजय सखरे के नेतृत्व में, दिल्ली पुलिस, J&K पुलिस, हरियाणा और यूपी पुलिस के साथ मिलकर जांच कर रही है। सहारनपुर में चिन्हित संदिग्ध वाहनों की रिपोर्ट जल्द NIA को भेजी जाएगी, जबकि परवेज की जब्त कार को थाने में सुरक्षित रखा गया है। NIA की टीम यूपी का दौरा कर मामले की नई सिरे से जांच शुरू करेगी, जिसमें फरीदाबाद में जब्त विस्फोटक सामग्री (9-10 नवंबर) की FSL रिपोर्ट का इंतजार है।

डॉक्टरों का नेटवर्क: Jaish-e-Mohammed से लिंक, 10+ से पूछताछ:
यूपी ATS को NIA और IB के इनपुट पर मिले संकेतों के आधार पर 10 से ज्यादा डॉक्टरों से पूछताछ की जा रही है। ये डॉक्टर मुजम्मिल अहमद गनाई (पुलवामा, J&K), शाहीन शाहिद, और सहारनपुर से गिरफ्तार डॉ. आदिल अहमद रदर (अनंतनाग, J&K) से संपर्क में थे।

पूछताछ वाले डॉक्टर बहराइच, अलीगढ़, नोएडा, सहारनपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल और मुजफ्फरनगर से हैं। मुरादाबाद के तीन डॉक्टरों (डॉ. फारूक, डॉ. मोहम्मद अरिफ सहित) की संदिग्ध गतिविधियों पर फोकस है – इनकी लोकेशन पिछले महीने फरीदाबाद में मिली थी। इन्हें ATS मुख्यालय लखनऊ बुलाया गया है। अब तक ATS ने कोई गिरफ्तारी नहीं की, लेकिन कैनपुर के कार्डियोलॉजी स्टूडेंट डॉ. मोहम्मद अरिफ को शाहीन नेटवर्क से लिंक पर हिरासत में लिया गया। लखनऊ में 13 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जो शाहीन-परवेज के कॉन्टैक्ट चेन में हैं।

NIA ने अब तक 73 गवाहों से पूछताछ की है, जिसमें घायल शामिल हैं। जांच में Al-Falah University (फरीदाबाद) का रोल प्रमुख है, जहां मुजम्मिल, शाहीन और उमर उल नबी (सुसाइड बॉम्बर, कश्मीरी डॉक्टर) काम करते थे। यूनिवर्सिटी के 50 से ज्यादा स्टूफेंट-स्टाफ को क्वेश्चन किया गया। NIA ने 20 नवंबर को चार और मुख्य आरोपी गिरफ्तार किए – मुजम्मिल शकील गनाई, डॉ. आदिल अहमद रदर, डॉ. शाहीन सईद और मुफ्ती इरफान अहमद वागय – कुल 6 गिरफ्तारियां। शाहीन ने 20 लाख रुपये फंड जुटाए, जो JeM को दिए गए।

विदेशी कनेक्शन: सऊदी, तुर्की, मालदीव:
ATS ने शाहीन-परवेज के विदेशी लिंक्स ट्रैक किए – शाहीन 2013-14 में सऊदी में रहीं, परवेज 2016 में मालदीव गए। इनके फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन और लोकल रेफरेंस की जांच हो रही है, JeM के फरीदाबाद यूनिट से लिंक साबित हो चुका।

हमला ‘सुसाइड बॉम्बिंग’ था, उमर उल नबी ने IED से लदी Hyundai i20 से किया। सरकार ने इसे ‘हैनियस टेरर इंसिडेंट’ बताया, अमित शाह ने IB-एजेंसियों के साथ मीटिंग की।

घटना के बाद जांच एजेंसियों की सक्रियता बढ़ी है – दिल्ली-NCR बॉर्डर पर सिक्योरिटी टाइट, रेड फोर्ड इकोस्पोर्ट कार की तलाश। नए खुलासे से टेरर मॉड्यूल का पूरा नेटवर्क उजागर हो सकता है।

LIVE TV