
ग्रेटर नोएडा के एक हाई-प्रोफाइल सोसायटी में खुद को रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का बड़ा अधिकारी बताकर लोगों को ठगने वाला शख्स आखिरकार उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के हत्थे चढ़ गया। STF ने बुधवार तड़के छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
STF के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि मंगलवार देर रात सब-इंस्पेक्टर अक्षय परमवीर कुमार त्यागी की टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति खुद को ‘मेजर अमित’ और ‘रॉ निदेशक’ बताकर ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी में रह रहा है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए टीम ने तुरंत कार्रवाई की और सोसायटी में दबिश देकर आरोपी को पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने अपना नाम सुमित कुमार बताया। तलाशी में उसके पास से एक फर्जी भारत सरकार आईडी कार्ड बरामद हुआ, जिसमें उसे रॉ का वरिष्ठ अधिकारी दिखाया गया था। STF ने तत्काल रॉ मुख्यालय से इसकी पुष्टि कराई तो पता चला कि यह आईडी पूरी तरह जाली है और रॉ में इस नाम का कोई अधिकारी कभी रहा ही नहीं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी के पास से एक टैबलेट बरामद हुआ है, जिसमें हाल ही में दिल्ली में हुए विस्फोट से जुड़ा वीडियो मिला है। इस वीडियो की जांच अब खुफिया एजेंसियां कर रही हैं।
आरोपी के खिलाफ सूरजपुर थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उसे जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा और पूछताछ में उसके मकसद व संभावित कनेक्शन की गहराई से जांच की जाएगी।




