
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की करारी हार के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में कलह चरम पर पहुंच गई है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य ने रविवार को एक बार फिर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर बेहद दर्द भरा और भावुक पोस्ट शेयर किया, जो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया।
रोहिणी ने परिवार और पार्टी के भीतर हुए कथित अपमान को बयां करते हुए लिखा कि उन्हें गंदी गालियां दी गईं, मारने के लिए चप्पल उठाई गई और मजबूरी में मां-बाप को रोते हुए छोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह सब उनके आत्मसम्मान और सच के प्रति अडिग रहने की वजह से हुआ। रोहिणी ने अपनी किडनी दान को लेकर भी अपमान का जिक्र किया, जहां उन्हें ‘गंदी किडनी’ लगवाने का ताना दिया गया।
रोहिणी का वायरल पोस्ट: ‘मायका छुड़वाया, अनाथ बना दिया’
रोहिणी आचार्य ने शनिवार को राजनीति और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया था, लेकिन रविवार को उनका नया पोस्ट और भी गहरा दर्द उजागर करता है। एक्स पर शेयर किए गए इस पोस्ट में उन्होंने लिखा:
“कल एक बेटी, एक बहन, एक शादीशुदा महिला, एक मां को जलील किया गया, गंदी गालियां दी गईं, मारने के लिए चप्पल उठाया गया। मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया, सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पड़ी। कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए मां-बाप बहनों को छोड़ आई, मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया। मुझे अनाथ बना दिया गया। आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी-बहन पैदा ना हो।”
इस पोस्ट में रोहिणी ने अपनी किडनी दान (2022 में लालू को दी गई) को लेकर भी अपमान का जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें कहा गया, “तुम गंदी हो, गंदी किडनी लगवाई।” यह बयान परिवार के भीतर कथित ताने और बहिष्कार को दर्शाता है। रोहिणी का यह पोस्ट सुबह से ही लाखों व्यूज बटोर चुका है और 3,000 से अधिक लाइक्स व 1,000 रीपोस्ट्स हो चुके हैं।
सोशल मीडिया पर बाढ़ आई प्रतिक्रियाओं की
रोहिणी के पोस्ट पर यूजर्स और समर्थकों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। एक तरफ सहानुभूति, तो दूसरी तरफ सलाह और आलोचना। एक्स पर सैकड़ों कमेंट्स में से कुछ प्रमुख:
- समर्थन और सहानुभूति: पत्रकार चित्रा त्रिपाठी ने लिखा, “राजनीति में जीत-हार चलती रहती है, मगर घर में आवाज उठाने वाली बेटी पर चप्पल उठाया जाए, इससे शर्मनाक कुछ नहीं। बिहार को समझ आ गया था कि महिला और बेटियों की इज्जत कौन सी पार्टी करती है।” एक यूजर ने कहा, “रोहिणी दीदी, आप गलत कर रही हैं। आज आपने पूरे परिवार की इज्जत मिट्टी में मिला दी। रिश्ता एक बार बिगड़ जाए तो पूरी जिंदगी खटास रहती है।”
- आलोचना और सलाह: एक यूजर ने लिखा, “रोहिणी जी, आपके साथ जो हुआ वो दुखद है, लेकिन सभी महिलाओं से अपील कि भाई-बहन का साथ न दें, ये गलत संदेश है। मायका स्वर्ग के समान होता है।” तेज प्रताप यादव के समर्थक पोस्ट में कहा गया, “तेज प्रताप भाई हो ऐसा, जो बहन का अपमान नहीं सह सकता। अब कृष्ण का सुदर्शन चक्र चलेगा।”
- राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: चिराग पासवान ने कहा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि यह पारिवारिक विवाद जल्द सुलझे।” भाजपा नेता विजय सिन्हा ने तंज कसा, “जो अपने घर की अराजकता नहीं संभाल सके, वे बिहार कैसे चलाएंगे?” एक अन्य पोस्ट में लिखा, “नेकी कर दरिया में डाल, रोहिणी जी! पिता के प्रति जिम्मेदारी पूरी की।”
लालू परिवार का विवाद: हार ने खोली पुरानी खाईं
यह विवाद आरजेडी की 75 में से सिर्फ 25 सीटों वाली हार के बाद भड़का। रोहिणी ने तेजस्वी के करीबी संजय यादव (राज्यसभा सांसद, हरियाणा मूल) और रमीज (तेजस्वी के पुराने दोस्त, यूपी राजनीतिक परिवार से) पर जिम्मेदारी ठीकरा फोड़ा। संजय को ‘चाणक्य’ कहा जाता है, लेकिन रोहिणी ने उन्हें परिवार तोड़ने वाला बताया। तेज प्रताप ने भी संजय को ‘जयचंद’ कहा था।
2022 में रोहिणी ने लालू को किडनी दान की थी, जो परिवार की एकजुटता का प्रतीक था। लेकिन चुनावी हार की जिम्मेदारी तय करने के दौरान यह मुद्दा ताने का विषय बन गया। रोहिणी ने कहा, “मुझे गंदी किडनी लगवाने का आरोप लगाया।” भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “रोहिणी ने लालू को किडनी देकर बचाया, अब परिवार का टूटना दुखद है।”
तेज प्रताप को पहले ही परिवार से निकाल दिया गया था। रोहिणी ने 2024 लोकसभा में सारण से हार का सामना किया था। राजनीतिक विश्लेषक इसे ‘परिवार युद्ध’ बता रहे हैं, जो आरजेडी के पुनर्निर्माण को मुश्किल बना सकता है। आरजेडी ने अभी तक चुप्पी साध रखी है, लेकिन यह विवाद बिहार की सियासत में नई बहस छेड़ रहा है।





