
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तहत पटना जिले के मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जनता दल (यूनाइटेड) के विवादास्पद उम्मीदवार अनंत कुमार सिंह ने शानदार जीत हासिल की है। जेल में बंद ‘छोटे सरकार’ के नाम से मशहूर अनंत सिंह ने 26वें राउंड की गिनती के अंत में कुल 91,416 वोट हासिल कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की वीणा देवी को 28,206 वोटों के भारी अंतर से हरा दिया।
वीणा देवी को 63,210 वोट मिले, जबकि जन सुराज पार्टी के प्रियदर्शी पीयूष तीसरे स्थान पर 19,365 वोटों के साथ काफी पीछे रहे। यह जीत एनडीए की राज्यव्यापी लैंडस्लाइड जीत (200+ सीटें) का हिस्सा है, जहां JDU ने अप्रत्याशित रूप से मजबूत प्रदर्शन किया। अनंत सिंह के समर्थकों ने पटना में ’56 भोग’ का भोज आयोजित कर जश्न मनाया, जबकि पोस्टरों पर लिखा था, “जेल का फाटक टूटेगा, हमारा शेर छूटेगा।”
अनंत सिंह, जिन पर 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं, 2 नवंबर को जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार हुए थे। 2022 में हथियार मामले में दोषी ठहराए जाने पर उनकी सदस्यता रद्द हो गई थी, जिसके बाद पत्नी नीलम देवी ने उपचुनाव जीता। मोकामा, जो भुमिहार (85,000 वोटर), EBC (55,000), यादव (45,000) और राजपूत (15,000) जैसे समुदायों का विविध क्षेत्र है, अनंत सिंह का गढ़ रहा है। उन्होंने 2005 से पांच बार यहां जीत हासिल की—JDU (2005, 2010), इंडिपेंडेंट (2015) और RJD (2020) से। इस बार JDU ने उन्हें टिकट दिया, जबकि RJD ने पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को उतारा, जो अनंत के पुराने प्रतिद्वंद्वी हैं।
मतगणना के दौरान अनंत सिंह की बढ़त लगातार बढ़ती गई। पहले राउंड में 2,716 वोटों से शुरू हुई यह दूसरे राउंड में 8,057 वोटों पर पहुंच गई, जो 10वें राउंड में 37,752 वोटों तक हो गई। 20वें राउंड तक यह 24,798 वोटों की हो गई, और अंत में 28,206 पर सेटल हुआ। 6 नवंबर को पहले चरण में 64% मतदान हुआ, जो 2020 के 61.45% से अधिक था। मोकामा, जो ‘बहुबली’ राजनीति के लिए कुख्यात है, में अनंत सिंह की जीत ने एक बार फिर ‘जेल से विधायक’ की परंपरा को मजबूत किया।




