दिल्ली धमाके के आरोपी डॉ. उमर नबी का पुलवामा स्थित घर सुरक्षा बलों ने उड़ाया: डीएनए से पुष्टि, JeM से जुड़े ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ का खुलासा

दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार बम विस्फोट की जांच में नया मोड़ आया है, जहां मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी का पुलवामा स्थित पैतृक आवास सुरक्षा एजेंसियों ने नियंत्रित विस्फोट से ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात को की गई, और वीडियो फुटेज में घर के मलबे, टूटे कंक्रीट और मुड़े हुए लोहे की चादरें साफ दिखाई दे रही हैं।

अधिकारियों ने बताया कि यह कदम जांच के तहत उठाया गया, जहां उमर को जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवात-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े ‘व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ का हिस्सा पाया गया। विदेशी हैंडलर ‘उकासा’ के जरिए पाकिस्तान समर्थित नेटवर्क से जुड़ाव की पुष्टि हुई है।

विस्फोट में 13 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक घायल हुए, जब धीमी गति से चल रही ह्यूंडई i20 कार में IED फटा। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि उमर ने सुनेहरी मस्जिद पार्किंग में दोपहर 3:19 बजे कार घुसाई और शाम 6:28 बजे बाहर निकली—विस्फोट से महज 24 मिनट पहले। ब्लास्ट साइट से मिले डीएनए सैंपल्स की जांच में उमर की मां से मैच मिला, जिससे उनकी पहचान पुष्ट हो गई। फॉरensic टीमों ने 40 से अधिक सैंपल्स, वाहन के टुकड़े और मानव अवशेष बरामद किए हैं, जो विस्फोटक के प्रकार का पता लगाने में मदद करेंगे। उमर, पुलवामा के कोइल गांव के निवासी, एक समय अपने इलाके में पढ़ाई-लिखाई के लिए जाना जाते थे, लेकिन पिछले दो वर्षों में कट्टर विचारों की ओर मुड़े। जांच में पता चला कि उन्होंने सोशल मीडिया पर कई रेडिकल मैसेजिंग ग्रुप्स जॉइन किए थे।

जांच एजेंसियों ने उमर के सहयोगियों डॉ. मुजम्मिल अहमद गनाई (पुलवामा) और डॉ. शाहीन शाहिद (लखनऊ) को भी गिरफ्तार किया, जो फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे। इन तीनों ने स्विट्जरलैंड आधारित एन्क्रिप्टेड ऐप थ्रीमा का इस्तेमाल प्लानिंग और कोऑर्डिनेशन के लिए किया। उमर ने एक छोटा सिग्नल ग्रुप भी बनाया था, जिसमें कुछ सदस्यों के साथ ऑपरेशन के हिस्से मैनेज किए जाते थे। ग्रुप ने 26 लाख रुपये से अधिक कैश इकट्ठा किया, जो उमर को सौंपा गया। इससे गुड़गांव, नूह और आसपास के इलाकों से 26 क्विंटल NPK उर्वरक (लगभग 3 लाख रुपये मूल्य) खरीदा गया, जो IED के मुख्य घटक के रूप में इस्तेमाल होता है। अन्य रसायनों के साथ मिलाकर यह विस्फोटक बनाया गया। अमोनियम नाइट्रेट जैसे रसायनों की खरीद पर नजर रखी जा रही है।

विस्फोट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रातभर छापेमारी की, जिसमें छह लोगों को गिरफ्तार किया गया—इनमें उमर के तीन परिवारजन शामिल हैं। फरीदाबाद मॉड्यूल के भंडाफोड़ में 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त हुए। सूत्रों के अनुसार, आठ संदिग्ध चार जोड़ों में बंटकर चार शहरों में समन्वित धमाके की योजना बना रहे थे। उमर 2021 की तुर्की यात्रा के दौरान JeM के दो ओवरग्राउंड वर्कर्स से मिले, जहां उन्हें कट्टर बनाया गया। मूल योजना 6 दिसंबर को थी—बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ पर—लेकिन जल्दी कर दी गई। गिरफ्तार अन्य नामों में अरिफ निसार दार, यासिर-उल-अशरफ, मकसूद अहमद दार, मौलवी इरफान अहमद, जमीर अहमद अहंगर और डॉ. आदिल शामिल हैं।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी से उमर और मुजम्मिल के डायरी व नोटबुक बरामद हुईं, जो प्लानिंग के सुराग दे सकती हैं। एनआईए जांच कर रही है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। यूनियन होम मिनिस्टर अमित शाह ने कहा कि सभी शामिलों पर सबसे सख्त एक्शन होगा। यह घटना ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ को उजागर करती है, जो शिक्षित पेशेवरों के जरिए आतंक फैला रहा था।

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