
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें ऐतिहासिक 64.66% वोटिंग दर्ज की गई। यह बिहार के इतिहास में किसी भी चुनाव की सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत है, जो 2020 के पहले फेज के 56.1% से करीब 8.5% अधिक है।
चुनाव आयोग के अनुसार, बेगूसराय में सबसे ज्यादा 67.32% और शेखपुरा में सबसे कम 52.36% वोटिंग हुई। कुल 3.75 करोड़ मतदाताओं में से महिलाओं और युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे लोकतंत्र का पर्व उत्सव की तरह मनाया गया।
इस रिकॉर्ड वोटिंग के बाद राजनीतिक दलों के दावे तेज हो गए। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट कर बड़ा दावा किया, “चुनाव आधी सीटों पर हुआ है लेकिन फैसला पूरा आ गया है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बन रही है। ये इंडिया की एकजुटता और सकारात्मक राजनीति का नया दौर है।” अखिलेश ने इसे बदलाव की लहर बताया।
पार्टियों के बड़े-बड़े दावे
RJD: तेजस्वी यादव ने मतदाताओं को सलाम करते हुए कहा, “बिहार की जनता ने बदलाव के लिए वोट दिया। महागठबंधन की जीत पक्की है, 14 नवंबर को नई सरकार बनेगी।” उन्होंने हर घर नौकरी और विकास के वादों को दोहराया।
BJP: उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने दावा किया कि एनडीए पहले फेज में 100 से ज्यादा सीटें जीतेगा और 2010 का रिकॉर्ड तोड़ देगा। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बोले, “यह मतदान एनडीए की ऐतिहासिक जीत का संकेत है।”
जन सुराज: प्रशांत किशोर ने उच्च मतदान को बदलाव की ओर इशारा बताया और कहा, “14 नवंबर को बिहार में नई व्यवस्था आएगी।”
कांग्रेस: पवन खेड़ा और राजीव शुक्ला ने दावा किया कि भारी वोटिंग स्पष्ट बहुमत की ओर इशारा कर रही है, एनडीए के 15 में से 12 मंत्री हार रहे हैं, दोनों डिप्टी सीएम सहित।
बिहार में कुल 243 सीटों के लिए दो चरणों में चुनाव हो रहा है। दूसरा चरण 11 नवंबर को और मतगणना 14 नवंबर को होगी। एनडीए ‘सुशासन’ पर जबकि महागठबंधन ‘नौकरी और बदलाव’ पर वोट मांग रहा है।





